यूक्रेन से बचकर पोलैंड आए भारतीय किस हाल में हैं?- ग्राउंड रिपोर्ट
Wortheum, Amrendra Pratap 09 Mar 2022
रूस और यूक्रेन के बीच बीते 13 दिनों से युद्ध जारी है. इसमें सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है.
इस युद्ध की वजह से एक व्यापक मानवीय त्रासदी ने जन्म लिया है. संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी संस्था (यूएनएचसीआर) के मुताबिक़, सिर्फ़ 10 दिनों के अंदर ही 15 लाख लोग यूक्रेन छोड़ने पर मजबूर हुए हैं.
इसे दूसरे विश्व युद्ध के बाद से अब तक का सबसे तेज़ी से बढ़ता हुआ शरणार्थी संकट बताया जा रहा है. इनमें से सबसे ज़्यादा शरणार्थी पोलैंड पहुँचे हैं.
पोलैंड के सीमा सुरक्षा जवानों के मुताबिक़, 24 फ़रवरी से लेकर अब तक यहाँ 9 लाख 22 हज़ार 400 शरणार्थी पहुँचे हैं.
इन लाखों शरणार्थियों में हज़ारों भारतीय छात्र भी शामिल हैं. भारत सरकार यूक्रेन सीमा के साथ-साथ उसके सीमावर्ती क्षेत्रों से भारतीय छात्रों को निकालने की कोशिश कर रही है. रूस ने फिर युद्धविराम की घोषणा की है.
लेकिन अब तक यूक्रेन के अलग-अलग शहरों से सीमा तक का सफ़र तय करने वाले छात्रों के लिए यह सफ़र बेहद ख़तरनाक और अलहदा अनुभव रहा है.
पोलैंड बॉर्डर के पास बने सबसे बड़े राहत शिविर में एक रात और दिन बिताया. वहां स्टूडेन्ट्स, वॉलन्टीयर्स और सरकार के अधिकारियों से समझा कि ये रेस्क्यू मिशन कैसे चल रहा है.
Please visit my profile sir