रूस के तेल पर प्रतिबंध से दुनिया की बढ़ती मुश्किलें

in #russia3 years ago

रूस और यूक्रेन के बीच अभी भी युद्ध जारी है। अमेरिका सहित अन्य पश्चिमी सहयोगी देशों ने रूस पर लगभग सभी प्रकार के आर्थिक प्रतिबंध लगा दिये हैं। इस वजह से रूस की अर्थव्यस्था की हालत बहुत खराब है।
अब अमेरिका ने रूस के तेल और प्राकृतिक गैस पर भी प्रतिबंध लगा दिया इससे रूस के साथ पूरी दुनिया को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ेगा।
रूस की अर्थव्यस्था का एक बहुत बड़ा भाग पेट्रोलियम पदार्थों का व्यापार है। रूस पेट्रोलियम के प्रमुख निर्यातकों में से एक है। रूस ओपेक देशों के साथ मिलकर कच्चे तेल के दामों को नियंत्रित करता है।
अब जबकि रूस के तेल पर प्रतिबंध लग चुका है तो धीरे धीरे रूस के तेल की मांग खत्म हो जाएगी और कच्चे तेल की सप्लाई कम हो जायेगी जिससे वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के दाम आसमान छुएंगे। अनुमान लगाया जा रहा है कि कुछ ही दिनों में कच्चे तेल के दाम 200 डॉलर प्रति बैरल होने कि संभावना है। युद्ध और लम्बा चला तो 300 डॉलर प्रति बैरल हो सकता है। कच्चा तेल महंगा होने कि वजह से पूरी दुनिया महंगाई की मार झेलेगी।
तेल महंगा होने कि वजह से भारत की अर्थव्यस्था पर भी बुरा प्रभाव पड़ेगा। देश में महंगाई और बढ़ सकती है। अभी भारत जहां 60-80 बिलियन डॉलर के तेल आयात करता है। तेल के दाम बढ़ने से यह 200 बिलियन डॉलर तक जा सकता है जिससे भारत के विदेशी मुद्रा भंडार पर असर पड़ेगा। सरकार को अन्य क्षेत्रों के खर्च में कमी करना पड़ेगा। देश में रोजमर्रा की वस्तुओं के दामों में वृद्धि होगी जिससे आम आदमी की मुश्किलें बढ़ जाएंगी।
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