पिता मुक्केबाज तो बेटा वेटलिफ्टिंग का जांबाज

in #rr2 years ago

बर्मिंघम में जारी कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 (Commonwealth Games 2022) में भारत को दूसरा स्वर्ण पदक मिल गया है। देश के लिए यह गोल्ड मेडल जीता है भारत के वेटलिफ्टर जेरेमी लालरिनुंगा ने। उन्होंने 67 किलोग्राम वर्ग में दो गेम रिकॉर्ड के साथ भारत को स्वर्ण पदक दिलाया। क्लीन एंड जर्क में वह चोटिल हो गए और दर्द के कारण बोर्ड पर ही गिर गए लेकिन दर्द में भी भारतीय भारोत्तोलक ने जीत की इस नई इबारत को लिखा और इतिहास के पन्नों पर अपना नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज करवा दिया। जेरेमी की बात करें तो यह 19 वर्षीय वेटलिफ्टर इससे पहले यूथ ओलंपिक में भी 2018 में गोल्ड मेडल अपने नाम कर चुका है। इसके बाद राष्ट्रमंडल खेलों में भी उन्होंने पहली बार गोल्ड मेडल जीता है। जेरेमी ने 67 किलोग्राम वर्ग की कैटेगरी में कुल 300 किलोग्राम का वेट (स्नैच और क्लीन एंड जर्क में) उठाकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। उन्होंने स्नैच में 140 किलोग्राम और क्लीन एंड जर्क में 160 किलोग्राम का वेट उठाकर दो नए गेम रिकॉर्ड बना दिए।
मुक्केबाज पिता का जांबाज बेटा
वेटलिफ्टर जेरेमी लालनिहुंगा का मुक्केबाजी से भी एक खास कनेक्शन है। वह राष्ट्रीय स्तर के मुक्केबाज लालनेहतलुआंगा के बेटे हैं। जेरेमी ने मुक्केबाजी में भी हाथ आजमाए थे लेकिन आगे चलकर वह वेटलिफ्टिंग से जुड़ गए। क्योंकि उनको लगता था कि वेटलिफ्टिंग में सफल होने के लिए सिर्फ ताकत की जरूरत थी जिससे वह इसके प्रति आकर्षित हुए। जेरेमी ने समोआ के वेइपावा नीवो इयोन 293 किग्रा (127 किग्रा और 166 किग्रा) और नाइजीरिया के इडिडियोंग जोसेफ उमोआफिया 290 किग्रा (130 किग्रा और 160 किग्रा) को पछाड़ा जिन्हें क्रमश: रजत और कांस्य पदक मिलाjeremy-weightlifting-1659269141.jpg

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