रीवा: सड़क किनारे खड़े भारी वाहनों से बाधित हादसे का बना रहता है डर, पुलिस-प्रशासन मौन

in #rewa2 years ago

अव्यवस्था सड़क किनारे खड़े भारी वाहनों से बाधित हादसे का भी बना रहता है यहां डर हो रहा आवागमन, हादसे

पुलिस-प्रशासन मौन, जहां चाहे खड़े कर देते हैं भारी वाहन, राहगीरों को होती है समस्या

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सड़क के किनारे खड़े चार पहिया वाहनों की वजह से न सिर्फ आवागमन पर असर पड़ रहा है बल्कि हादसों की संभावना भी बन रही है। यह वाहन शहर की सीमा के अंदर खड़े रहते हैं। इसके बावजूद पुलिस प्रशासन की नजर इन वाहनों पर अभी तक नहीं पड़ी है। सड़क के किनारे सर्वाधिक वाहन रेलवे मोड़ से ढेकहा तिराहा के बीच खड़े रहते हैं। इस मार्ग पर वैसे ही व्यस्त यातायात रहता है।

बताया गया है कि कभी-कभी पुलिस सड़क के किनारे खड़े भारी वाहनों को हटवाती है। लेकिन कुछ दिन बाद बड़े वाहन फिर सड़क के किनारे खड़े हो जाते हैं। गौरतलब है कि रतहरा बाईपास से चोरहटा बाईपास की सड़क वैसे तो फोरलेन है लेकिन इसमें कुछ जगह ऐसी स्थिति है जहां एक बड़े वाहन के सड़क किनारे खड़े होने पर दूसरे वाहन को गुजरने में दिक्कत आती है। एक साथ एक-दो बड़े वाहनों के आ जाने पर जाम की स्थिति भी निर्मित हो जाती है।

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ट्रांसपोर्ट नगर क्षेत्र में सड़क के किनारे खड़े भारी वाहन।

यातायात नगर में सर्वाधिक दिक्कत

बताया गया है कि यातायात नगर में सर्वाधिक वाहन सड़क के किनारे खड़े रहते हैं। दरअसल वहां वाहनों की मरम्मत के वर्कशाप हैं। ट्रक या अन्य वाहन यदि खराब हो गए या फिर उसमें तकनीकी खराबी आ गई तो चालक मैकेनिक को बुलाकर सड़क पर ही वाहनों की मरम्मत शुरू करा देते हैं। इस दौरान कई घंटे वाहन सड़क के किनारे ही खड़े रहते हैं। बताया गया है कि यह स्थिति यहां अमूमन हर रोज निर्मित होती है।

बड़ी पुल पर गैराज जैसे हालात

बड़ी पुल पर राहगीरों के अलावा वाहनों का आवागमन भले ही हो रहा है लेकिन बड़ी पुल के हालात हमेशा गैराज जैसे रहते हैं। हर रोज बड़ी पुल के ऊपर चालक बसें खड़ी कर देते हैं। कभी कभी तो स्थिति ऐसी आती है कि तीन से चार बसें बड़ी पुल के ऊपर खड़ी रहती हैं। उल्लेखनीय है कि शहर के कुछ बस मालिक ऐसे हैं जिनके पास बसें तो हैं लेकिन उन्हें खड़ा करने के लिए स्थान नहीं है। ऐसे में वे अपनी बसों को बड़ी पुल या फिर सड़क के किनारे खड़ा करते हैं।