आखिर चार थानों से कैसे गुजर रहीं अवैध रोडवेज के रंगों में रंगी बस*

in #reporter2 years ago

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अलीगंज में अवैध बस संचालकों के हौशले बुलंद

अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहा है संचालन

ईमानदारी का एक नमूना सरकार को लाखों का चूना

अलीगंज। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम और पुलिस के अधिकारियों पर यह लाइन बिल्कुल सटीक बैठती है कि दावे तो बस दावे हैं। प्रदेश में परिवहन निगम के अधिकारियों ने जिस प्रकार से ईमानदारी की मिसाल दी, वह आज कोसो दूर है। सड़कों पर नकली रोडवेज की बसें दौड़ रहीं है,लेकिन परिवहन निगम के अधिकारी कार्रवाई करते नजर नहीं आ रहे हैं। यहां तक कि अनुबंधित बसें भी नियमों की धज्जियां उड़ा रही है। रोडवेज की बसों पर लाल रंग से रंगी है, लेकिन इस रंग का फायदा डग्गामार बसें भी उठा रही हैं। कुछ ने तो परमिट के बहाने ही बसों पर लाल रंग कराया हुआ है। इसके सहारे यात्रियों को धोखा दिया जा रहा है। क्योंकि परमिट पास बसें रोडवेज का रंग करा ही नहीं सकती है, जबकि जिले में इनकी संख्या दर्जनों में है। ऐसा नहीं है कि अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं है, लेकिन कार्रवाई शून्य है।

कुछ समय पूर्व एटा जिलाअधिकारी अंकित अग्रवाल के निर्देशन में रोडवेज रंग में रंगी हुई पांच बसों पर कार्यवाही की गई थी, जिसके बाद भी अभी भी प्राइवेट बसे धड़ल्ले से चल रही है। ये बसे थाना अलीगंज होते हुए थाना जैथरा और चौकी धुमरी थाना बागवाला से होते हुये धड़ल्ले से फर्राटा भरते हुये नजर आती है। इसके बाद भी जिम्मेदारों को दिखाई नही पढ़ रहा है। जो जिम्मेदारों के ऊपर सवालिया निशान खड़े कर रहा है। सवाल तो जब उठता है कि सवारियों की जान पर बन चली आती है लेकिन इन लोगों को प्रशासन का जरा भी खौफ नहीं सताता जिसके चलते एआरटीओ ने कुछ समय पूर्व अलीगंज क्षेत्र में आदेश दिया था कि जो भी रोडवेज रंग में रंगी बसों पर कार्रवाई की जाएगी लेकिन यहां तो एआरटीओ के आदेशों की धज्जियां उड़ती नजर आ रही है। सवाल तो जब उठता है कि आखिर इन संचालकों के हौसले बुलंद कैसे हैं अगर इसमें अधिकारियों की मिलीभगत नहीं है तो यह सब कैसे संभव है।

वहीं एआरटीओ हेमचन्द्र गौतम ने बताया, कि कुछ बसें परमिटिट हैं, लेकिन फिर भी जांच कराकर अभियान चलाकर कार्यवही की जाएगी