बाँके बिहारी हादसे की जांच को कोर्ट पहुंचे सेवायत, कोर्ट ने मांगा 29 सितंबर तक अधिकारियों से जवाब

in #religious2 years ago

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आगरा/मथुरा। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में मंगला आरती के दौरान हुए हादसे की निष्पक्ष जांच कराने और मंदिर में पुलिस का अनावश्यक हस्तक्षेप बंद कराने के लिए सेवायतों ने न्यायालय की शरण ली है। सिविल जज जूनियर डिवीजन के न्यायालय में इसे लेकर वाद दायर किया गया है। इसमें मंदिर प्रबंधन पर भी लापरवाही का आरोप लगाया गया है। न्यायालय ने मंदिर प्रबंधक, डीएम, एसएसपी और सिटी मजिस्ट्रेट से 29 सितंबर को जवाब तलब किया है।
याची ने कहा, वर्तमान में मंदिर का प्रबंधन उच्च न्यायालय के आदेश पर सिविल जज जूनियर डिवीजन के हाथ है। मंदिर के अंदर की व्यवस्था की जिम्मेदारी मंदिर प्रबंधन की है। इसकी व्यवस्था प्रबंधक प्रशासन मुनीश शर्मा कर रहे हैं। बाहरी क्षेत्र की जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन व पुलिस की है। मंगला आरती के दौरान मंदिर के ऊपरी भाग में भीड़ के बीच स्वजन संग डीएम, एसएसपी मौजूद रहे, जबकि उच्च न्यायालय ने इस तरह वीआइपी और आम श्रद्धालुओं के दर्शन पर पाबंदी लगाई है। भीड़ में मौजूद पुलिसकर्मियों द्वारा गेट संख्या एक पर महिलाओं से छेड़छाड़ के मामले सामने आए हैं। याची के अधिवक्ता हिमांशु गोस्वामी ने बताया कि 29 सितंबर को प्रतिवादियों से अदालत ने जवाब दाखिल करने को कहा है।

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर वर्ष में एक ही बार बांके बिहारी मंदिर में आरती होती है। कोविड के कारण तीन वर्षाें तक भक्त इस दर्शन का लाभ नहीं ले सके थे। इस बार आरती के दौरान भारी भीड़ ने मंदिर में चारों प्रवेश द्वार खुले होने से प्रवेश कर लिया था, इससे मंदिर में सारी व्यवस्थाएं चरमरा गयी थीं। भीड़ के दवाब और दम घुटने के कारण मंदिर में दो लोगों की मौत हो गयी थी।