आर्य समाज के वार्षिकोत्सव में वैदिक यज्ञ, धर्म - संस्कृति की बयार
वैदिक यज्ञ-प्रवचन से #वेद प्रचार, पुस्तक मेले में उमड़ रहे पाठक, आकर्षण बना शहीदों से जुड़ा #साहित्य
हरदोई
सोमवार को शहर की फिजाओं में वेदमंत्रों की गूंज के साथ वैदिक हवन की सुगंध फैली। अवसर था आर्य कन्या महाविद्यालय में चल रहे तीन दिवसीय आर्यसमाज के वार्षिकोत्सव के शुभारम्भ का। सुबह-शाम तीनों दिन लगातार होने वाले संध्या-हवन और प्रवचन पूरा वातावरण वेदमय रहेगा। प्रात: कालीन बेला में गाजियाबाद के उपदेशक ब्रजेश कुमार और एटा के भजनोपदेशक शिवपाल सिंह के साथ आर्य समाज के मंत्री प्रताप नारायण अवस्थी के आचार्यत्व में वैदिक हवन हुआ। मुख्य यजमान अर्जुन टण्डन एवं मेघना टण्डन के साथ आर्यसमाज के प्रधान विद्याराम वर्मा एवं कोषाध्यक्ष बालकृष्ण गुप्ता सहित आर्यजनों ने आहुतियां दीं। आचार्यगणों ने जीवन को यज्ञमय बनाने पर बल दिया। आचार्यगणों ने यज्ञ के महत्व को समझाते हुए कहा, कल्याण चाहते हो तो सुबह-शाम संध्या और यज्ञ को दिनचर्या का हिस्सा बनाओ। जीवन को यज्ञमय बनाने पर बल दिया।
दोपहर एवं रात्रि बेला में हुए वैदिक प्रवचन एवं हवन में पटना की भजनोपदेशिका धर्मरक्षिता ने भजनों के माध्यम से वेद प्रचार किया। धर्मरक्षिता ने महिला शिक्षा पर बल देते हुए दैनिक संध्या-हवन से जीवन को सार्थक बनाने का सुझाव दिया। फर्रुखाबाद के महोपदेशक आचार्य चन्द्रदेव ने वेदमंत्रों की विस्तार से व्याख्या करते हुए सभी से वेदों की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए उनके पठन-पाठन करने की सीख दी। बिहार के ज्ञानेंद्र शास्त्री ने भी विचार रखे। ललुआमऊ आर्यसमाज के प्रधान एवं भजनोपदेशक आशाराम द्विवेदी ने वैदिक भजनों से वेद प्रचार किया। संचालन आर्यप्रतिनिधि सभा उप्र के भजनोपदेशक युगुल किशोर आर्य ने किया।
अनुष्ठान में सीएसएन डिग्री कॉलेज, हरदोई के पूर्व प्राचार्य डॉ. बीएस पाण्डेय, राकेश भदौरिया, जिला आर्य प्रतिनिधि सभा के प्रधान आर्येन्द्र पाण्डेय व मंत्री वेदभूषण अग्निहोत्री, सरस्वती सदन की लाइब्रेरियन सीमा मिश्र, सुप्रिया मिश्र, प्रताप भानु सिंह, वीरेन्द्रनाथ टण्डन, भूपेंद्र नाथ टण्डन, नेत्रपाल सिंह, आर्यसमाज यासीनपुर के प्रधान उमेशचन्द्र आर्य, योगेन्द्र कुशवाहा, रामकिशोर श्रीवास्तव, आर्यवीर दल के अंकित आर्य, अमीचंद्र शास्त्री, अवधेश सिंह, वन्दना आदि रहे।
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आर्यकन्या गैलरी में #पुस्तक-मेला
आर्यसमाज के त्रिदिवसीय वार्षिकोत्सव में एक ओर वेदों के साथ वैदिक धर्म-संस्कृति और ज्ञय का प्रचार प्रसार हो रहा है। वहीं आर्यकन्या डिग्री कॉलेज की गैलरी में पुस्तक-मेला सा दृश्य आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। उन्नाव के रामगोपाल आर्य के पुस्तक स्टाल पर शहीदों से जुड़ा साहित्य और उनके चित्र पाठकों को अपनी ओर खींच रहा है।
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बिखर रही #हवन-पूजन सामग्री की सुगंध
आर्यकन्या डिग्री कॉलेज की गैलरी में लगे पुस्तक स्टाल्स के साथ ही सुगंधित पदार्थों से युक्त हवन सामग्री व ज्ञयवेदी और याज्ञिक वस्तुएं भी धर्मानुरागियों को लुभा रहीं हैं।