केले की खेती कर आर्थिक रूप से हो रहे समृद्धि-रामप्रसाद

in #ramprasad2 years ago (edited)

IMG_20220909_172034.jpgमुंडेरवा, बस्ती:चार भाईयों का परिवार और आय के साधन के रूप में सिर्फ खेत हो तो आर्थिक स्थिति का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है,लेकिन इस प्रतिकूल दशा में भी रामप्रसाद ने सफलता की इबारत लिख दी।आज उनके खेत में पारंपरिक खेत छोडकर केले की फसल लहलहा रही है।जिसकी अनुमानित कीमत आज के बाजार भाव से 5से7लाख रूपये में हो सकती है।और उनका परिवार आर्थिक समृद्धि की ओर कदम बढ़ा दिया है।

बस्ती जिले के साऊघाट विकास खंड के कुसम्हा गांव निवासी रामप्रसाद व उनके अन्य भाईयों तथा माता-पिता सहित पूरा परिवार पहले गांव में हो रही पारंपरिक खेती गेहूं, धान,गन्ना पर ही निर्भर था।इस खेती से फसल की लागत बहुत मुश्किल से निकल पाता था।उसके बाद रामप्रसाद ने सब्जी की खेती कर तकदीर अजमाना शुरू किये किंतु लागत के सापेक्ष मुनाफा नहीं निकल रहा था।उसके बाद उन्होंने यूट्यूब चैनल पर केले की खेती से संवंधित वीडियो देखा और उद्यान विभाग से संपर्क कर साढ़े चार बीघा जमीन पर केले की फसल लगा दिया, इस रकबे में कुल उन्होंने1700 जी9किस्म के केले के पौधों का रोपण किया था।इस समय इन पौधों मे फल आ चुका है ,और उनका अनुमान है कि एक पौधे से35से40किलोग्राम फल प्राप्त होगा।और यदि आज के बाजार भाव के हिसाब से देखा जाय तो फसल5से7 में बिक जायेगा।रामप्रसाद ने बताया कि किसान चाहे तो पारंपरिक खेती कम करके इस तरह के फसलों का उत्पादन कर आर्थिक रूप से समृद्धि बन सकता है।