अयोध्या में बन रहे राम लला के मंदिर की चौखट पर मुस्लिम कारीगर कर रहे नक्काशी
अयोध्या में बन रहा रामलला का भव्य मंदिर तेजी से तैयार हो रहा है। मंदिर के गर्भगृह में 14 दरवाजे होंगे। इनके दरवाजों पर मकराना मार्बल से चौखट और बाजू बनाए जा रहे हैं। खास बात ये है कि इनकी नक्काशी मुस्लिम कारीगर कर रहे हैं। मंदिर के चौखट राममंदिर कार्यशाला में लाए जा चुके हैं। इन्हीं पत्थरों से मंदिर के गर्भग्रह के सभी द्वार की चौखट बाजू बनाए जाएंगे।जानकारी के मुताबिक मंदिर निर्माण में 3.50 से 4 लाख घन मीटर फुट पत्थर लगाए जाने हैं। दरवाजों पर संगमरमर के पत्थर लगाए जा रहे हैं। ये संगमरमर मकराना से लाए जा रहे हैं। इन पत्थरों की उम्र 2000 साल की है। मकराना के जिन पत्थरों की नक्काशी जिस फर्म को दी गई है वो मुस्लिम फर्म है।
गौरतलब है कि राम मंदिर आंदोलन के समय 1990 से ही राम मंदिर निर्माण की कार्यशाला बनाई गई थी। यहां बंसी पहाड़ के पत्थरों को तराश कर के निर्माण कार्य में लगाया जा रहा है। माना जा रहा है कि साल 2024 तक राम मंदिर पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा। 2024 तक रामलला अपने मंदिर में विराजमान हो जाएंगे। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट राम मंदिर का निर्माण कर रहा है। मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष निपेंद्र मिश्रा की अध्यक्षता में गठित कार्यकारी संस्था के सदस्य समय समय पर मंदिर निर्माण की समीक्षा करते रहते हैं।