इस दिन मनेगा रक्षाबंधन, आप याद रखिए यह मुहूर्त

in #rakshbandhan2 years ago

शास्त्रीय नियम के अनुसार रक्षाबंधन 12 अगस्त को धाता और सौम्य योग में मनाया जाएगा। धर्म सिंधु के अनुसार अपराह्न या प्रदोष व्यापिनी श्रावण शुक्ल को रक्षाबंधन मनाना चाहिए। ऐसा निर्देश है, किंतु शर्त यह हशास्त्रीय नियम के अनुसार रक्षाबंधन 12 अगस्त को धाता और सौम्य योग में मनाया जाएगा। धर्म सिंधु के अनुसार अपराह्न या प्रदोष व्यापिनी श्रावण शुक्ल को रक्षाबंधन मनाना चाहिए। ऐसा निर्देश है, किंतु शर्त यह है कि उस समय भद्रा व्याप्त नहीं होनी चाहिए। उपरोक्त विवरण के अनुसार यह योग 11 जुलाई को बनता है, क्योंकि 11 जुलाई को प्रातः 10:38 से पूर्णिमा आ जाएगी, लेकिन 10:38 बजे से रात्रि 8:51 बजे तक भद्रा रहेगी। यथा: पूर्णिमायां भद्रारहितायां त्रिमुहुर्ताधिकोदय व्यापिन्यामपराह्ने प्रदोषे वा कार्यम्। जैसा धर्मसिंधु में उल्लेख है ’भद्रायां द्वे न कर्तव्यम् श्रावणी फाल्गुनी वा। श्रावणी नृपतिं हन्ति,ग्रामों दहति फाल्गुनी।’ अर्थात भद्रा काल में दो त्योहार नहीं मनाने चाहिए। श्रावणी अर्थात रक्षाबंधन और फाल्गुनी अर्थात होली। भद्रा काल में रक्षाबंधन मनेगा तो राजा के लिए कष्टकारी है और होली दहन के समय भद्रा रहेगी तो प्रजा एवं ग्राम के लिए हानिकारक है। (इदम् भद्रायां न कार्यम्।) शुभ और कल्याण की इच्छा रखने वाली बहन, बेटियों और माताओं को अपने भाइयों की कलाई में भद्राकाल में राखी नहीं बांधनी चाहिए।file_photo_1658987519.jpg