कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधा। उदयपुर हत्या कांड

in #rajsthan2 years ago

उदयपुर के कन्हैया लाल हत्याकांड के बाद सियासी उथल-पुथल शुरू हो गई है। कांग्रेस ने भाजपा पर इस हत्याकांड को लेकर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कुछ सवाल किए हैं। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मुख्य आरोपी रियाज अटारी, राजस्थान भाजपा के कद्दावर नेता एवं राज्य के पूर्व गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया के कार्यक्रमों में अक्सर भाग लेता रहा है।

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, उदयपुर में हुई वीभत्स घटना के संदर्भ में कुछ खुलासे सामने आए हैं, इन खुलासों में उदयपुर में कन्हैया लाल की जघन्य हत्या का मुख्य आरोपी रियाज अटारी के साथ भाजपा के दो नेता- इरशाद चैनवाला और मोहम्मद ताहिर के संबंधों की तस्वीरें जगजाहिर हैं।

हम उम्मीद करते हैं कि भाजपा शाम तक इसका जवाब देगी-कांग्रेस

उन्होंने कहा, मुख्य आरोपी रियाज अटारी की भाजपा की राजस्थान अल्पसंख्यक इकाई की बैठकों में शामिल होने की तस्वीरें भी अब दुनियाभर के सामने हैं। इन तस्वीरों से स्पष्ट है कि उदयपुर में हिंदू दुकानदार कन्हैया लाल के जघन्य हत्या का आरोपी रियाज अटारी ना सिर्फ भाजपा नेताओं का करीबी था, बल्कि वह भाजपा का सक्रिय सदस्य भी है।

उन्होंने आगे कहा, हम उम्मीद करते हैं कि भाजपा शाम तक इसका जवाब देगी।

कांग्रेस ने आरोपियों की भाजपा नेताओं के साथ तस्वीर सामने आने के बाद कुछ सवाल किए हैं, जिनमें पहला क्या भारतीय जनता पार्टी और उसके नेता पूरे देश में धार्मिक उन्माद का वातावरण बनाने का प्रयास कर रहे हैं? क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह अब भी भाजपा नेताओं द्वारा धार्मिक उन्माद को फैलाने की कोशिशों पर चुप्पी साधेंगे?

एनआईए को हस्तांतरित करने का फैसला किया है?

क्या भारतीय जनता पार्टी अपने प्रवक्ताओं एवं नेताओं के जरिए पूरे देश में आग लगाकर ध्रुवीकरण कर फायदा उठाने का प्रयास कर रहे हैं? राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस केस एनआईए को हस्तांतरित करने का स्वागत किया, पर नए तथ्य आने पर यह सवाल उठ रहा है कि क्या केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार ने इन्हीं कारणों से इस घटना को जल्दबाजी में एनआईए को हस्तांतरित करने का फैसला किया है?

उदयपुर हत्याकांड पर एनआईए की जांच जारी है, वहीं एनआईए ने दो लोगों को भी गिरफ्तार किया है। एनआईए लगातार इसमें अलग अलग एंगलों से जांच करने में जुटी हुई है। वहीं राजस्थान के कुछ इलाकों में आज भी इंटरनेट सेवा को बंद किया हुआ है, ताकि राज्य में महौल शांतिपूर्ण बना रहे।