बिजोलिया की राजकुमारी बनी थी महाराणा प्रताप की दुल्हनिया
गढ़ पैलेस में सूरजपोल के ऐतिहासिक दरवाजे पर मारा था तोरण ,17 साल की उम्र में रचाया था ब्याह !एक और मध्यप्रदेश और दूसरी तरफ बूंदी जिले की सीमा से सटे बिजोलिया नगर में किसी समय महाराणा प्रताप की बारात का स्वागत हुआ था! गढ़ पैलेस के सूरजपोल के ऐतिहासिक दरवाजे पर दूल्हा बने प्रताप ने तोरण मारकर पंवार वंश की राजकुमारी अजबदेह से विवाह रचाया था तब उनकी आयु मात्र 17 वर्ष थी! और अजबदेह की 15 वर्ष थी मेवाड़ राज्य की सीमाओं की सुरक्षा के लिए हिंदुओं सूरज प्रताप सुरक्षा के दृष्टिकोण से बिजोलिया आते रहते थे! इतिहासकारों के अनुसार इसी दौरान उनका परिचय पुरानी अजबदेह है से हुआ था कर्नल टॉड ने अपनी किताब एनल एंड एंटीक्विटी ऑफ राजस्थान में इसका जिक्र किया है टाड ने लिखा है कि विवाह के बाद महारानी अजब्दे को पूरे मेवाड़ क्षेत्र में रानी मेरा भाई जैसा सम्मान प्राप्त था उन्होंने हल्दीघाटी युद्ध के समय प्रताप के साथ जंगलों में भी खुशी-खुशी जीवन बिताया था बाद में उनके बेटे महाराणा अमर सिंह ने मेवाड़ का राज्य संभाला
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शानदार
Nice kavrej