पर्यावरण प्रेमी देवी सिंह देवल क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण को लेकर लोगों को कर रहे हैं जागरूक

in #raipur3 months ago

पर्यावरण प्रेमी देवी सिंह देवल क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण एवं सुधार के प्रति लोगों को कर रहे हैं जागरूक।

वहीं पौधे लगाने के प्रति प्रेरित भी कर रहे हैं।
सूचना के अधिकार के माध्यम से 500 से अधिक आरटीआई लगाकर पर्यावरण संरक्षण एवं सुधार के कार्य व वन्य जीव संरक्षण वन संरक्षण एवं वन विकास एवं वन्य जीव विकास के कार्य कर रहे हैं ।

वर्ष 1999 से कर रहे हैं कार्य पर्यावरण प्रहरी एवं वृक्ष प्रहरी के रूप में है क्षेत्र में पहचान । क्षेत्र के कूपडावास निवासी देवी सिंह देवल पुत्र वासुदेव चारण अपने गांव कूपडावास सहित आसपास के गांव उदलियावास कालाऊना झाक मुरकासनी बेड कला खारिया मीठापुर बिजवाडिया हर्ष जेतिवास गरनीया पृथ्वीपुरा खराड़ी निंबोल सिणला रणसी गांव आदि गांवों में लोगों में पर्यावरण संरक्षण एवं सुधार के प्रति जन जागरूकता फैला रहे हैं।

एवं लोगों में पौधे लगाने के प्रति भाव जागृत कर रहे हैं। प्रेरित कर रहे हैं देवल द्वारा पिछले 24 वर्षों से पर्यावरण संरक्षण एवं सुधार का कार्य किया जा रहा है।

एवं पौधारोपण का कार्य भी करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है ।
इसके लिए देवल नुक्कड़ सभाएं कर लोगों में वृक्षों का महत्व बात कर वह पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरुक कर पर्यावरण संरक्षण एवं सुधार का कार्य कर रहे हैं।

देवल द्वारा ग्राम सभाओं में जाकर ग्रामीणों को पर्यावरण को बचाने के लिए क्या-क्या उपाय करने चाहिए वह बताकर जागरूक कर रहे हैं व पौधे लगाने पौधे से क्या फायदे हैं वह बताते हैं ।
पेड़ अधिक होने पर वर्षा ज्यादा होती है गर्मी कम होती है वह जल संरक्षण के कार्य का भी महत्व बताते हैं किसानों को अपने खेतों में फार्म पोंड बनाने मनरेगा में नाडीयो तालाबों की अधिक खुदवाई करावे ताकि लोग ज्यादा से ज्यादा जल का संरक्षण कर सके।

देवल ने बताया कि जल को बनाया नहीं जा सकता है पीने योग्य जल सीमित है अतः जल की बचत ही जरूरी है जल है तो कल है और हरियाली इसका हल है देवल ने बताया कि अभी जल दोहन बहुत अधिक हो रहा है यह चिंता का विषय है वही पर्यावरण प्रेमी देवी सिंह देवल कूपडावास द्वारा किसानों को जैविक खेती के प्रति प्रेरित करने का कार्य किया जा रहा है।

कीटनाशक पदार्थ का उपयोग कम से काम करना वह जैविक खाद का ही उपयोग करना रासायनिक खाद से भूमि की उर्वरक क्षमता खत्म हो रही है वहीं कैंसर जैसी अनेक भयानक बीमारियां फैल रही है देवल द्वारा इसके लिए भी लोगों आम जन को जागरूक किया जा रहा है ताकि वह जैविक खेती पर ज्यादा जोर देवे एवं परंपरागत सिंचाई के साधनों धोरा पाली की जगह ड्रिप सिस्टम एवं फवारा से खेती की जानी चाहिए ताकि जल की बचत हो सके।

वही पॉलिथीन का ज्यादा प्रयोग मानव व पशुओं दोनों के लिए घातक है पालिथीन से भूमि खराब हो रही उर्वरक क्षमता खत्म हो गई है इसको बचाना जरूरी है पॉलिथीन में सब्जियों को डाल कर फैंकने से आवारा पशु का लेते हैं इसकी वजह से पशु मर रहे हैं ।

अतः पालीथिन के प्रति भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है देवल द्वारा ग्राम सेवा सहकारी समितियां की मीटिंगों में व दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियां की मीटिंगों में जाकर किसानों व पशुपालकों को जागरूक किया जा रहा है।
देवल द्वारा किए जा रहे इन कार्यों के लिए कहीं सामाजिक संगठनों ने एनजीओ ने पर्यावरण प्रेमी देवी सिंह देवल को समय-समय पर सम्मानित भी किया गया है देवल ने व्यक्तिगत रूप से पर्यावरण के संरक्षण के कार्य वन विकास एवं वन्य जीव विकास एवं संरक्षण के कार्य किए हैं क्षेत्रीय वन अधिकारी कार्यालय रेंज बिलाड़ा के रेंज मुंशी प्रहलाद सिंह भाटी ने बताया कि पर्यावरण प्रेमी एवं समाजसेवी देवी सिंह देवल द्वारा वन विकास वन्य जीव विकास वन संरक्षण एवं वन्य जीव संरक्षण पौधारोपण के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के उत्कृष्ट कार्य किए हैं ।

इसके लिए क्षेत्रीय वन अधिकारी कार्यालय बिलाड़ा द्वारा देवी सिंह देवल को सम्मानित करवाने एवं पुरस्कार दिलवाने के लिए समय-समय पर रेंज कार्यालय बिलाड़ा द्वारा प्रस्ताव बनाकर उपवंन संरक्षक कार्यालय जोधपुर को भेजे गए हैं कालाऊना सरपंच पवन कंवर राजपूत एवं समाजसेवी सौभाग सिंह उदावत ने बताया कि देवल द्वारा पर्यावरण संरक्षण एवं सुधार के उत्कृष्ट कार्य करने पर पर्यावरण प्रेमी देवी सिंह देवल को राजीव गांधी पर्यावरण संरक्षण पुरस्कार 2014 व 2015 और2016 में प्रस्तावित किया गया व अमृता देवी बिश्नोई राज्य पुरस्कार के लिए 2015 भी प्रस्तावित किया गया ।
वहीं क्षेत्र के अनेकों सामाजिक संगठनों गैर सरकारी संगठनों ने एनजीओ व जनप्रतिनिधियों ने पर्यावरण प्रेमी देवी सिंह देवल को पर्यावरण संरक्षण एवं सुधार कार्य के लिए प्रोत्साहित करने की मांग की है ।

ओम गुरु कृपा जन कल्याण संस्थान बिलाड़ा के सचिव पंकज सोलंकी एवं सुखी सेवा संस्थान मादलिया के अध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि पर्यावरण प्रेमी देवी सिंह देवल द्वारा सूचना के अधिकार के माध्यम से वर्ष 2006 से अब तक करीब 500 से अधिक आरटीआई लगाकर वन विभाग एवं पर्यावरण विभाग द्वारा वन विकास एवं पर्यावरण संरक्षण के कार्य किए गए हैं एवं समय-समय पर पर्यावरण प्रेमी देवी सिंह देवल ने मुख्यमंत्री राज्यपाल वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रमुख शासन सचिव वन एवं पर्यावरण विभाग सहित उच्च स्तर पर ज्ञापन मय सुझाव 200 से अधिक भेजे गए हैं ।
देवल द्वारा भेजे गए अनेक सुझाव उत्कृष्ट एवं सराहनीय है देवल द्वारा हरित राजस्थान एवं हरियालो राजस्थान अभियान में सक्रिय भूमिका निभाई एवं अनेकों सार्वजनिक जगहों पर पौधारोपण करवाने का कार्य किया। देवल द्वारा आज भी वृक्षो को बचाने एवं वन्य जीवों को बचाने का कार्य किया जा रहा है ।
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देवल को क्षेत्र के लोगों द्वारा वृक्ष प्रहरी एवं पर्यावरण प्रहरी के नाम से पहचाना जाना जाता है।