इस पोस्ट में आपको वो सभी ज़रूरी जानकारी दी जाएंगी जो डॉक्टोरल

in #raibareli2 years ago

इस पोस्ट में आपको वो सभी ज़रूरी जानकारी दी जाएंगी जो डॉक्टोरल प्रोग्राम में एडमिशन लेने से पहले आप जानना चाहते हैं. इसलिए, बिना देरी किए, शुरू करते हैं.

डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी (पीएचडी) कोर्स के बारे में
डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी, जिसे पीएचडी भी कहा जाता है, एक अकादमिक डिग्री है जिसमें रिसर्च, डेटा ऐनलिसिस और इवैलुएशन ऑफ थ्योरी पर ध्यान दिया जाता है. इसके अलावा, पेशेवर डॉक्टरेट का ध्यान, व्यवहारिक समस्याओं के लिए रिसर्च, जटिल मुद्दों के समाधान और इसी क्षेत्र में प्रोफेशनल तरीकों को डिजाइन करने पर होता है.

आइए समझते हैं डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी (पीएचडी) क्या है
पीएच.डी. या डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी लैटिन वाक्यांश है, जिसका मतलब होता है 'फिलॉसफी का डॉक्टर'. साथ ही, पीएच.डी. डिग्री छात्रों को स्वतंत्र रूप से चुनिंदा क्षेत्र या विषय में रिसर्च करने का मौका देती है. जिसके बाद पब्लिश करने लायक थीसीस तैयार होती है.

क्या डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी (पीएच.डी.) में एडमिशन के लिए मास्टर्स (स्नातकोत्तर) ज़रूरी है?
ज़रूरी नहीं है. अगर हम बात करें आर्ट्स ऐंड ह्यूमैनिटीज़ (कला क्षेत्र) के छात्रों की, तो उन्हें पीएच.डी में रिसर्च का अनुभव और तकनीकी शिक्षा के लिए मास्टर्स ऑफ आर्ट्स (एमए) डिग्री लेनी होगी. वहीं दूसरी तरफ, STEM (साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, और गणित) के छात्र को पीएच.डी करने के लिए, हमेशा एमएस/एमएससी (मास्टर ऑफ साइंस) डिग्री की ज़रूरत नहीं होती. ऐसा इसलिए, क्योंकि उन्हें स्नातक के दौरान, लैब का तकनीकी ज्ञान और दूसरे कौशल सिखाए जाते हैं, जो पीएच.डी में उनके लिए मददगार साबित होते हैं.

आपको डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी (पीएच.डी.) डिग्री क्यों करनी चाहिए
इसमें कोई शक नहीं है कि पीएच.डी हमारी शिक्षा प्रणाली का एक अहम हिस्सा है. आसान शब्दों में कहा जाए तो, पीएच.डी करने का मतलब है नया ज्ञान पाना, नई चीज़ों के बारे में जानना-समझना, और नए कौशल तैयार करना. इसके अलावा, डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी (पीएच.डी.) उनके लिए होती है जिन्हें किसी चुनिंदा क्षेत्र में बेहतर ज्ञान की तलाश होती है.

डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी (पीएच.डी.) डिग्री करने की कुछ बड़ी वजहें:
• आप रिसर्च के ज़रिए बड़ा अंतर ला सकते हैं.
• आप चुनिंदा क्षेत्र में एक्सपर्ट बन सकते हैं.
• आप अपने करियर से जुड़े अवसरों को बेहतर बना सकते हैं.
• बेहतर पैकेज/सैलरी पाने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं.
• आप अपनी क्षमताओं का बेहतर इस्तेमाल कर सकते हैं.