प्यार की दीवानगी ने नरेंद्र को बनाया हिस्ट्रीशीटर
प्यार की दीवानगी ने नरेंद्र को बनाया हिस्ट्रीशीटर
saurabhpal (51) in crime • 47 minutes ago
लालगंज (रायबरेली)। मृतक हिस्ट्रीशीटर नरेंद्र यादव उर्फ मोदी के अधिकांश झगड़े प्रेमिका को लेकर हुए। प्रेमिका के चक्कर में ही वह एक साधारण इंसान से हिस्ट्रीशीटर तक बन गया। पूरे ढकवा मजरे अंबारा में बीते शुक्रवार को संदिग्ध अवस्था में गोली लगने से हुई हिस्ट्रीशीटर की मौत हो गयी थी। इस दौरान गोली लगने से घायल हुई युवती की हालत में सुधार आया है। लखनऊ स्थिति केजीएमयू में भर्ती घायल युवती को होश आ गया है। डॉक्टरों ने उसके कान की सर्जरी कर गोली भी निकाल दी है।शुक्रवार को पूरे ढकवा में टयूबवेल पर गोली लगने से नरेंद्र की मौत हुई थी जबकि सुबह युवती अपने घर की छत पर खून से लथपथ हालत में मिली थी। परिवारीजनों के अनुसार मृतक नरेंद्र उर्फ मोदी युवती से बहुत प्रेम करता था। गांव को कोई अन्य युवक अगर युवती की तरफ आंख भी उठाकर देख लेता तो नरेंद्र झगड़े पर उतारू हो जाता। बाद में परिवारजनों के दबाव बनाने पर ही वह परिवार से अलग हरियाणा में जाकर रहने लगा था और 20 मई को गांव आया था। घरवालों ने बताया कि उसे 27 मई को वापस हरियाणा जाना था लेकिन 26 को ही संदिग्ध स्थिति में उसकी मौत हो गई।छत पर चली गोली, परिवारीजन को पता नहीं
युवती को घर की छत पर गोली मारी गई और परिवारीजन रात भर गोली चलने की इस घटना से अंजान बने रहे। इस बात लेकर पुलिस से लेकर सभी हैरान हैं। जबकि टयूबवेल पर गोली चलने की आवाज सभी को सुनाई दी और नरेंद्र की मौत भी वहीं पर हुई। प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस इस पूरे मामले की सघनता से पड़ताल कर रही है।