जब भारत के रुख पर खड़े हुए सवाल, तो ढाल बनकर खड़े हुए जापानी PM किशिदा

in #punjab2 years ago

Quad Summit 2022: जापान में इन दिनों QUAD देशों के नेता पहुंचे हुए हैं. इस बैठक के दौरान भी रूस-यूक्रेन युद्ध का मुद्दा प्रमुखता से छाया रहा. खास बात ये है कि भारत को छोड़कर बाकी तीनों देश (अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया) रूस के खिलाफ हैं. इन तीनों ही देशों ने रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं.

रूस को समर्थन देने वाला भारत ही अकेला देश
ऐसे में सिर्फ भारत ही ऐसा देश है जो ना तो रूस के खिलाफ है. क्योंकि आज तक न तो भारत ने रूसी आक्रमण की आलोचना की है और न ही रूस के साथ अपने व्यापारिक संबंध खत्म किए हैं. भारत इस मामले में शांतिपूर्ण तरीके से कूटनीतिक हल पर जोर दे रहा है.

जापानी पीएम से पूछा गया भारत को लेकर सवाल

इस समिट के समापन के दौरान भारत के रुख को लेकर जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा (Fumio Kishida) से सवाल किया गया. किशिदा से पूछा गया कि भारत के इस रुख से QUAD पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
किशिदा का नपा-तुला जवाब

इस सवाल के जवाब में जापानी प्रधानमंत्री ने कहा, 'अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देखें तो प्रत्येक देश की अपनी एक ऐतिहासिक और भौगोलिक स्थिति होती है. एक समान विचारधारा रखने वाले देशों के साथ भी ऐसा हो सकता है कि वो किसी एक स्थिति पर एक-दूसरे से पूरी तरह से सहमत न हों. यह स्वाभाविक है. लेकिन एक संगठन के रूप में, QUAD देशों के बीच आपसी समझ और सहयोग को बढ़ाना महत्वपूर्ण होगा.'

यूक्रेन के हालातों पर ये बोले किशिदा

PM किशिदा ने आगे कहा कि यूक्रेन की स्थिति को लेकर QUAD से सभी सदस्य देश सहमत हैं कि कानून का शासन और क्षेत्रीय अखंडता का महत्व बना रहना चाहिए. वे बोले, 'यूक्रेन की स्थिति पर भारत सहित 4 देशों के नेताओं के बीच इस बात को लेकर सहमति है कि कानून का शासन, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता जैसे विभिन्न सिद्धांतों का महत्व बना रहना चाहिए. किसी भी क्षेत्र में एकतरफा तरीके से यथास्थिति में बदलाव की अनुमति नहीं दी जाएगी. inbound5567169817403271955.jpg