दिल्ली के बेहद पास बसा है भारत का पहला हिल स्टेशन, जानें इसे किसने बसाया

in #punjab2 years ago

वैसे तो भारत में कई हिल स्टेशन हैं, लेकिन मसूरी को पहाड़ों की रानी कहा जाता है। चलिए जानते हैं इसका इतिहास।

भारत के हिल स्टेशन्स दुनिया भर में मशहूर है। अक्सर लोग हिल स्टेशन पर वेकेशन मनाने जाते हैं। ऊंचे-ऊंचे पहाड़, चारों तरफ हरियाली और सुहावनी हवाएं केवल पहाड़ों पर ही मिलती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि केवल कुछ ही जगहों को हिल स्टेशन क्यों कहा जाता है? हिल स्टेशन कब और किसने बनाया? हिल स्टेशन उन्हें कहा जाता है जो जमीन से बहुत ऊंचाई पर स्थित हो।

भारत में हिल स्टेशन की शुरुआत ब्रिटिशर्स ने की थी। वह गर्मियों के दौरान यहां रहने के लिए आते थे। साथ ही यहां उन्होनें रिजॉर्ट बनवाएं ताकि वह पैसे कमा सके और व्यवसाय शुरू कर सकें। हालांकि, ज्यादातर लोगों को लगता है कि भारत का पहला हिल स्टेशन शिमला है, लेकिन ऐसा नहीं है। भारत का पहला स्टेशन उत्तराखंड में बसा मसूरी शहर है। चलिए जानते हैं कब और कैसे इस शहर को हिल स्टेशन का दर्जा मिला।

क्वीन ऑफ हिल्स कहे जाने वाला मसूरी भारत का पहला हिल स्टेशन है। 1823 में मसूरी हिल स्टेशन स्थापित हुआ था। यह शहर 6758 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इससे आप यह पता सोच सकते हैं कि यह जगह कितनी खूबसूरत होगी।

कैसे हुई हिल स्टेशन की शुरुआत?
पहले के समय में हर जगह केवल पहाड़ ही पहाड़ हुआ करते थे। लेकिन हिल्स स्टेशन की शुरुआत ब्रिटिश लोगों ने की थी। इसके कई कारण थे। हिल्स स्टेशन की स्थापना 19वीं सदी से शुरू हुई है। हिल्स स्टेशन बसाने का एक कारण गर्मियों के दौरान होने वाली बीमारी से बचना है। ब्रिटिशर्स ने साल 1820 में मसूरी में जमीन खरीदी थी। इसी के बाद से हिल्स स्टेशन का सिलसिला शुरु हुआ।

कैप्टन यंग थे मसूरी के पहले ब्रिटिश वासी
मसूरी में सबसे पहले कैप्टन यंग और शोर ने अपना एक छोटा सा घर यानी झोपड़ी बनाई थी। इस झोपड़ी में वह कुछ समय तक रहे थे। कुछ समय बाद यंग ने मसूरी में अपना बड़ा घर बनवाया था। इसके बाद से ही ब्रिटिशर्स मसूरी की खूबसूरती से रूबरू हुए। साथ ही ऐसा भी कहा जाता है कि अंग्रेजो ने सबसे पहले मसूरी में सेब का पेड़ लगाया था। (मसूरी में घूमने की जगहें)mussoorie-the-first-hill-station-in-india.jpg