सिंगल यूज प्लास्टिक बैन के फैसले से घबराई अमूल और पारले जैसी कंपनियां
क्या करेंगे फ्रूटी और एप्पी जैसे ब्रांड
भारत में एक जुलाई 2022 से सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं होगा। इस बैन के तहत फ्रूटी और एप्पी जैसे प्रोडक्ट में प्लास्टिक स्ट्रॉ का यूज नहीं हो सकेगा। इससे पेय पदार्थ कंपनियों पर संकट मंडरा रहा है। यही वजह है कि भारत में कोका कोला, पेप्सिको, पारले, अमूल और डाबर जैसी वेबरेज कंपनियां सरकार पर अपना फैसला बदलने के लिए दबाव डाल रही हैं।
देश में प्रदूषण फैलाने में प्लास्टिक कचरा सबसे बड़ा कारक है। केंद्र सरकार के आंकड़ों के मुताबिक देश में 2018-19 में 30.59 लाख टन और 2019-20 में 34 लाख टन से ज्यादा प्लास्टिक कचरा जेनरेट हुआ था। प्लास्टिक न तो डीकंपोज होते हैं और न ही इन्हें जलाया जा सकता है, क्योंकि इससे जहरीले धुएं और हानिकारक गैसें निकलती हैं। ऐसे में रिसाइक्लिंग के अलावा स्टोरेज करना ही एकमात्र उपाय होता है।
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