Lumpy Skin Disease: लंपी से दो और गाय की मौत

in #punjab2 years ago

IMG_20220807_130225.jpgसिरसा जिले में तेजी से फैल रही लंपी यानी स्किन डिजीज के लिए अभी तक कोई विशेष वैक्सीन उपलब्ध नहीं है और अब तक कई पशुओं की मौत हो चुकी है। डबवाली में स्थित गोशाला में 100 से अधिक गाय इस वायरस से संक्रमित हैं। इसमें से 18 गायों की हालत गंभीर है। वहीं दो गाय की मौत हो चुकी है। इसके अलावा कई गांवों में लगभग 300 पशु इस बीमारी से ग्रस्त हो गए हैं और नौ पशुओं की इससे मौत भी हो चुकी है।जिले के गांव भादड़ा, गदराना, कुरूंगावाली व देसू मलकाना सहित अन्य गांवों में गत एक सप्ताह में इस बीमारी का प्रकोप ज्यादा देखने को मिला है। जिले की विभिन्न गोशालाओं से भी विभाग के पास पशुओं के संक्रमित होने की सूचना आ रही है। जिसके चलते पशुपालन विभाग भी सतर्क हो गया है।

चिकित्सकों का मानना है कि यह एक वायरल बीमारी है, जो एक दूसरे पशुओं में फैलती है लेकिन उपाय कर इस बीमारी से पशुओं को बचाया जा सकता है। क्योंकि इस समय बारिश का मौसम चल रहा है और पशुओं के बाड़े में कीचड़ तथा पानी जमा होने से बीमारी फैलने का डर अधिक रहता है।

बीमारी के लक्षण
पशु चिकित्सालय सिरसा के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. विद्या सागर बंसल ने बताया कि आजकल लंपी स्किन डिजीज बीमारी के मिलते जुलते लक्षण पशुओं में देखने को मिले हैं। उन्होंने बताया कि ज्यादातर यह बीमारी गाय में आती है लेकिन यह बीमारी भैंस में भी आ सकती है। उन्होंने बताया कि इस बीमारी के लक्षण बुखार तेज हो जाना और पूरे शरीर पर फोड़े निकलना है। फोड़े जैसे जैसे बड़े होते हैं वह फूट भी जाते हैं और पशु के मुंह में से लार गिरती रहती है। जब पशु बीमार होगा तो वह खाना भी कम कर देता है। इसका इलाज इसके लक्षणों पर आधारित होता है और जहां तक वैक्सीन का सवाल है तो अभी तक इसके लिए कोई वैक्सीन नहीं आई है। उन्होंने कहा कि पशुपालकों को चाहिए कि पशुओं के आसपास गंदगी न फैलने से साफ सफाई रखें।