फगवाड़ा में धरने पर डटे किसानों ने खोला दिल्ली-अमृतसर नेशनल हाईवे
पंजाब के किसानों ने पंजाब सरकार के खिलाफ पूरी तरह से मोर्चा खोल दिया है। फगवाड़ा का शुगर मिल चौक भी अब सिंघु बार्डर में तबदील होने के आसार बन गए हैं। शुगर मिल चौक हाइवे पर दिए जा रहे धरने को पंजाब की 31 जत्थेबंदियों का समर्थन मिला है। सभी जत्थेबंदियों की फगवाड़ा में देर रात तक चली बैठक में कई अहम फैसले लिए गए हैं।
बैठक में निर्णय लिया गया है कि 25 अगस्त को फगवाड़ा मिल चौक पर किसानों का भारी इकट्ठ किया जाएगा। इसमें सिर्फ दोआबा के ही नहीं बल्कि पूरे पंजाब से किसान आएंगे। किसान नेताओं ने कहा फगवाड़ा शुगर मिल को भी सिंघु बार्डर में तबदील किया जाएगा। जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती तब तक यहां पक्का मोर्चा रहेगा।इसके अलावा एक अहम फैसला लखीमपुर खीरी हत्याकांड को लेकर भी लिया गया है। किसानों की 31 जत्थेबंदियों ने सर्वसम्मति से फैसला लिया है कि लखीमपुर खीरी में मारे गए किसानों को इंसाफ दिलाने के लिए आवाज बुलंद की जाएगी। इसके लिए पंजाब से 10 हजार किसानों का एक जत्था उत्तर प्रदेश में जाएगा और वहां पर जाकर इंसाफ के लिए संघर्ष शुरू करेगा।
आंदोलन की रूपरेखा तय करने के लिए देर रात तक फगवाड़ा के गुरुद्वारा ज्ञानसर साहिब में चली बैठक में विभिन्न जत्थेबंदियों के नेताओं रुलदू सिंह मनसा, मनजीत सिंह राय, कुलदीप सिंह वाजिदपुर, फुरमान सिंह संधू, बलजीत सिंह, जंगबीर सिंह, मुकेश चंद्र शर्मा, बूटा सिंह बुर्जगिल, सतनाम सिंह अजनाला, रमिंदर सिंह पटियाला, कुलवंत सिंह, अमरीक सिंह, बुद्ध सिंह इत्यादि शामिल हुए।