सिविल अस्पताल में दवाओं के लाले, 245 में सिर्फ 65 ही बचीं

in #punjab2 years ago

बात शहीद बाबू लाभ सिंह सिविल अस्पताल जालंधर की है, करोड़ों और लाखों की मशीनें जरूर हैं लेकिन कुछ रुपये में मिलने वाली दवा न मिलने से मरीज परेशान है। सिविल अस्पताल की फार्मेसी में 245 में से सिर्फ 65 दवाएं ही हैं।मर्ज दवाइयों से तो ठीक होता है, कई बार डॉक्टर की सकारात्मकता भी मरीजों में नई ऊर्जा का संचार करती है, जिससे मरीज ठीक भी हो जाते हैं। लेकिन जब डॉक्टर और फार्मासिस्ट ही कहें की मर्ज ठीक करने वाली दवाएं बाहर से खरीद लीजिए तो इलाज के लिए आया मरीज निराशा से भर जाता है।
झल्लाहट में डॉक्टरों को खरी-खोटी सुनाने के बाद जो दवा मिलती है, उसे लेकर निकल जाता है। क्या इस तरह सिविल अस्पताल में आने वाले मरीज स्वस्थ हो पाएंगे। सर्दी, जुकाम, बुखार, इन्फेक्शन, दस्त और एलर्जी की दवाएं आउट ऑफ स्टॉक हैं। मरीजों का कहना है कि अस्पताल वाले 10 रुपये की पर्ची बनाते हैं तो इतने की दवा तो दें, खाली पर्ची पर लिखने से मर्ज ठीक नहीं होगा।