क्या यह दिल्ली जैसा शिक्षा मॉडल है? 40 से अधिक शीर्षकों वाली लाखों पुस्तकें

in #pseb2 years ago (edited)

पंजाब के सरकारी स्कूलों में पाठ्यपुस्तकों की आपूर्ति सबसे खराब से भी अधिक हो गई है।

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शैक्षणिक सत्र 2022-23 शुरू हुए एकमाह से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन अभीतक सभी विषयों की पाठ्यपुस्तकें स्कूलोंको नहीं दी गई हैं.जानकारी के अनुसार, 190 शीर्षकों की कुलपाठ्य पुस्तकों में से 40 से अधिक अभी तकप्रकाशित नहीं हुई हैं और/या छपाई कीप्रक्रिया में हैं, इस कार्य में एक सप्ताह और लगने की संभावना है। अगर यही हालरहा तो छात्र अपना सिलेबस कैसे पूरा करेंगे? पंजाब शिक्षा विभाग इस ओर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहा है। दूसरी ओर, विपक्षी दलइस घटना को दिल्ली शिक्षा मॉडल से जोड़ रहे हैं।टेंडर लेट हुआ तो प्रिंटिंग लेट है
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बोर्ड ऑफ एजुकेशन के सूत्रों ने बताया कि योजना प्रबंधन द्वारा प्रिंटिंग प्रक्रिया में देरी और बोर्ड प्रबंधन द्वाराटेंडर प्रक्रिया में देरी के कारण प्रिंटिंग प्रक्रिया में देरी हुई।हालात यह है कि जिला शिक्षा अधिकारीव स्कूल प्रमुख पाठ्यपुस्तकों की मांगकर रहे हैं लेकिन पाठ्य पुस्तकों कीकमी को पूरा नहीं किया जा रहा है।अध्यक्ष के दावे पर अमल नहीं हुआगम्भीरता यह है कि 15 मई 2022 से पंजाब में ग्रीष्म अवकाश रहेगा।इस डेढ़ माह के अंतराल में छात्रोंको शिक्षकों द्वारा दिए गए अवका शका कार्य पूरा करना है। चर्चा हैकि किताबों की आपूर्ति पूरी नहीं होनेपर छात्र पाठ्यक्रम का काम कैसे पूरा करेंगे। हाल ही में अध्यक्षप्रो. योगराज ने दावा किया था कि 20अप्रैल तक किताबों की छपाई का काम पूरा कर लिया जाएगा। अब अप्रैल का पूरा महीना बीत जाने के बाद भीचेयरमैन का दावा डगमगा नहीं रहा है। नई और अनुवादित पुस्तकें अभी भी प्रिंट में हैं|

वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के लिए सरकारी स्कूलोंसे प्राप्त आंकड़ों के आधार पर, शिक्षा बोर्ड ने 190 शीर्षकों पर पुस्तकेंप्रकाशित की थीं। बोर्ड के अधिकारियोंका दावा है कि इनमें से 140 से ज्यादा टाइटलवाली किताबें सप्लाई की जा चुकी हैं।सूत्रों ने बताया कि कुल पाठ्यपुस्तकों में से 40 से अधिक शीर्षक अभी तक छपे नहीं हैं।बोर्ड के अधिकारियों का कहना है किसिर्फ 35-36 टाइटल ही छापे जा रहे हैं। 11-12 एनसीआरटी अंग्रेजी माध्यम की पाठ्यपुस्तकें हैं जिनका पंजाबी में अनुवाद कियाजाना है। इसके अलावा इस शैक्षणिक वर्षमें कुछ नई पुस्तकें भी शामिल की गईहैं जो अभी भी प्रिंट में हैं। इनमें कक्षाएक, दो और तीन के लिए पंजाबी पाठ्यपुस्तकों के अलावा विज्ञान की पासबुक, नौवीं,दसवीं और ग्यारहवीं और 12वीं कक्षा से संबंधितकंप्यूटर शामिल हैं, जिनकी आपूर्ति अभी तक स्कूलों को नहीं की गई है। यह भी पताचला कि कई जिले ऐसे हैं जिनमें 10वीं कक्षा से संबंधित कुछ पाठ्य पुस्तकों की आपूर्तिनहीं की गई है।पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड किताबों के काममें तेजी ला रहा है। हमने अब तक पूरे पंजाब में1 करोड़ पाठ्यपुस्तकों की आपूर्ति कीहै। स्कूलों में अभी भी पिछले साल के 20 हैं

मुद्रित नहीं किया जा सका। बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि सिर्फ 35-36 टाइटल ही छापे जा रहे हैं। 11-12 एनसी आरटी अंग्रेजी माध्यम की पाठ्यपुस्तकें हैंजिनका पंजाबी में अनुवाद किया जाना है।इसके अलावा इस शैक्षणिक वर्ष में कुछनई पुस्तकें भी शामिल की गई हैं जोअभी भी प्रिंट में हैं। इनमें कक्षा एक, दोऔर तीन के लिए पंजाबी पाठ्यपुस्तकों केअलावा विज्ञान की पासबुक, नौवीं, दसवीं और (11)वीं और बारहवीं कक्षा से संबंधितकंप्यूटर शामिल हैं, जिनकी आपूर्ति अभी तकस्कूलों को नहीं की गई है। यह भी पता चलाकि कई जिले ऐसे हैं जिनमें 10वीं कक्षा से संबंधित कुछ पाठ्य पुस्तकों की आपूर्ति नहीं की गई है।पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड किताबों के काममें तेजी ला रहा है। हमने अब तक पूरे पंजाबमें 1 करोड़ पाठ्यपुस्तकों की आपूर्तिकी है। स्कूलों में अभी भी पिछले साल की 20 लाख किताबें बाकी हैं। जहां तक​​शेष पाठ्यपुस्तकों की बात है तो अगलेतीन दिनों में उनकी आपूर्ति कर दी जाएगी।देरी का कारण वास्तव में एनसीई आरटीमें नई पुस्तकों का देर से आगमन है,जिससे लगभग 25 शीर्षकों की छपाई में देरी
हुई।

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