बलरामपुर में मिलादुन्नबी जुलूस में भारत विरोधी नारे

बलरामपुर 17 सितंबर : (डेस्क) उतरौला में मिलादुन्नबी जुलूस के दौरान भारत विरोधी नारेबाजी से हिंदू संगठनों में आक्रोश हिंदू संगठनों के प्रतिनिधियों ने कोतवाली उतरौला में ज्ञापन सौंपा, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग सोमवार रात 8 बजे हुई घटना ने क्षेत्र में तनाव बढ़ाया

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बलरामपुर के उतरौला में सोमवार को मिलादुन्नबी के जुलूस के दौरान भारत विरोधी नारेबाजी की घटना ने हिंदू संगठनों में आक्रोश पैदा कर दिया है। यह घटना उस समय हुई जब जुलूस में शामिल कुछ लोगों ने आपत्तिजनक नारे लगाए, जिससे स्थानीय समुदाय में तनाव बढ़ गया।

हिंदू संगठनों के प्रतिनिधियों ने इस घटना का विरोध करते हुए सोमवार रात करीब 8 बजे कोतवाली उतरौला पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। ज्ञापन में कहा गया कि ऐसे नारेबाजी से सामाजिक सद्भावना को खतरा होता है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

स्थानीय लोगों का कहना है कि इस प्रकार की घटनाएं क्षेत्र में धार्मिक तनाव को बढ़ावा देती हैं और इससे समाज में विभाजन की स्थिति उत्पन्न होती है। हिंदू संगठनों ने प्रशासन से अपील की है कि वे सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करें और ऐसे आयोजनों में सतर्कता बरतें।

इस घटना के बाद, पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया है। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि मामले की गहन जांच की जाएगी और जो लोग इस घटना में संलिप्त हैं, उन्हें सजा दी जाएगी।

हिंदू संगठनों के नेताओं ने कहा कि वे आगे भी इस मुद्दे को उठाते रहेंगे और किसी भी प्रकार की धार्मिक असहिष्णुता के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से भी अपील की है कि वे सभी धार्मिक आयोजनों में शांति बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाएं।

इस प्रकार, बलरामपुर के उतरौला में हुई यह घटना न केवल स्थानीय समुदाय के लिए चिंता का विषय बन गई है, बल्कि यह पूरे क्षेत्र में सामाजिक समरसता को बनाए रखने की आवश्यकता को भी उजागर करती है। सभी समुदायों को एक साथ मिलकर शांति और सद्भावना बनाए रखने का प्रयास करना होगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।