अमहट में निकाला गया जुलूस, अंजुमनों ने की नौहख्वानी

सुल्तानपुर 13 सितम्बरः (डेस्क)अमहट (सुल्तानपुर) में बृहस्पतिवार को या हुसैन अलविदा के अवसर पर एक भव्य जुलूस निकाला गया। यह जुलूस स्थानीय लोगों के साथ-साथ बाहर से आई अंजुमनों के द्वारा आयोजित किया गया। इस अवसर पर नौहख्वानी का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने हुसैन की शहादत को याद किया और उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की।

amahata-ma-nakal-jalsa-ma-shamal-lga_82586d603fc7f2aa3a2f0a687bbbc998.jpeg

जुलूस की शुरुआत सुबह से ही हुई, जिसमें हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। जुलूस में शामिल श्रद्धालुओं ने "या हुसैन अलविदा" के नारे लगाते हुए अपने इरादों को मजबूत किया। यह जुलूस अमहट के विभिन्न मार्गों से होते हुए मुख्य चौराहे तक पहुंचा, जहां श्रद्धालुओं ने एकत्र होकर विशेष प्रार्थना की।

इस जुलूस का आयोजन मुस्लिम समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जो हुसैन की शहादत को याद करने और उनके संदेश को फैलाने का कार्य करता है। जुलूस के दौरान, श्रद्धालुओं ने विभिन्न धार्मिक गीतों और कविताओं का पाठ किया, जिससे माहौल में एक अद्भुत श्रद्धा का संचार हुआ।

अंजुमनों ने इस अवसर पर विशेष रूप से नौहख्वानी की, जिसमें हुसैन की शहादत के बारे में भावनात्मक रूप से प्रस्तुत किया गया। इस आयोजन में शामिल लोगों ने एकजुट होकर अपने विश्वास और परंपराओं को जीवित रखने का संकल्प लिया।

जुलूस के अंत में, आयोजकों ने सभी श्रद्धालुओं का धन्यवाद किया और उन्हें इस महत्वपूर्ण धार्मिक अवसर पर शामिल होने के लिए प्रेरित किया। इस प्रकार, अमहट में या हुसैन अलविदा का जुलूस न केवल धार्मिक भावना का प्रतीक था, बल्कि समुदाय की एकता और भाईचारे को भी दर्शाता है।