भारत मां के महान सपूत को पृथ्वी सेना ने की श्रृद्धासुमन अर्पण।
मातृभूमि के लिए दी प्राणों की आहुति
मां तुम्हारा ऋण बहुत है, मैं अकिंचन, किंतु इतना कर रहा फिर भी निवेदन, थाल में लाऊं सजाकर भाल जब भी, कर दया स्वीकार लेना वह समर्पण"! इन पंक्तियों को अपने जीवन से सिद्ध करनेवाले व आजादी के लिए अपनी जान देनेवाले, भारत मां के सपूत चंद्रशेखर 'आज़ाद'को उनकी जयंती पर श्रद्धासुमन नमन करते हुए पृथ्वी सेना अध्यक्ष जितेश शुक्ला ने कहा हम सब वृक्षारोपण ,जल संवर्धन कर माँ भारती की सेवा करें।
जितेश शुक्ला
पृथ्वी सेना