खुफिया कैमरे से देखता था हॉस्टल की लड़कियों की न्यूड वीडियो

in #prayagraj2 years ago

संगम नगरी प्रयागराज में गर्ल्स हॉस्टल के संचालक द्वारा लड़कियों के बाथरूम के शावर में ख़ुफ़िया कैमरा लगाकर उनकी आपत्तिजनक वीडियो रिकार्ड किये जाने के आरोपी को दोबारा गिरफ्तार कर उसे और शॉवर में कैमरा इंस्टॉल करने वाले दोनों लोगों को भी पुलिस ने जेल भेज दिया है।

पुलिस की सुस्ती व लापरवाही के चलते मुख्य आरोपी को जेल जाने से पहले ही जमानत मिल गई थी। मीडिया में खबर चलने के बाद सरकारी अमला अब हरकत में आ गया है । बैकफुट पर आई प्रयागराज पुलिस ने इस मामले में न सिर्फ मुख्य आरोपी आशीष खरे को फिर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, बल्कि कैमरा लगाने में उसके मददगार रहे फ़ैयाज़ नाम के शख्स को भी जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। आरोपी हॉस्टल संचालक को दोबारा गिरफ्तार कर जेल भेजने के लिए प्रयागराज पुलिस को उसके खिलाफ नया मुकदमा दर्ज करने के साथ ही पुराने मुक़दमे में कुछ नई धाराएं भी जोड़नी पड़ीं।

      प्रयागराज के कर्नलगंज इलाके में पुलिस लाइंस के ठीक सामने आशीष खरे नाम का एक शख्स अपने घर की पहली मंज़िल पर गर्ल्स हॉस्टल चलाता था। बृहस्पतिवार को इस मामले का खुलासा हुआ था कि हॉस्टल संचालक आशीष खरे ने लड़कियों के बाथरूम के शॉवर में ख़ुफ़िया कैमरा लगा रखा था। इस ख़ुफ़िया कैमरे का आउटपुट वह नीचे रखे कम्प्यूटर पर लेता था। छानबीन में पुलिस को जानकारी मिली है कि आरोपी हॉस्टल संचालक आशीष खरे लड़कियों के निजी पलों को न सिर्फ अपने कम्प्यूटर पर लाइव देखता था, बल्कि उसकी रिकार्डिंग भी करता था। आरोपी आशीष के कम्प्यूटर पर कई आपत्तिजनक वीडियो देखे भी गए थे। इस मामले के खुलासे के बाद प्रयागराज में कोहराम मच गया था। पुलिस ने भी बड़े -बड़े दावे करते हुए आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किये जाने की बात कही थी। 

हालांकि आरोपी की गिरफ्तारी के कुछ घंटे बाद ही उसे जैसे ही स्पेशल सीजेएम की कोर्ट में पेश किया गया, उसे फ़ौरन जमानत मिल गई और वह जेल जाने से पहले ही फ़िर से आज़ाद हो गया। आरोपी को जेल जाने से पहले ही जमानत मिलने के बाद प्रयागराज पुलिस की भूमिका पर सवालिया निशान खड़े होने लगे थे। आरोप यह लग रहा था कि पुलिस ने
जो धाराएं लगाई थीं, वह सभी जमानती थीं, इसलिए आशीष को आसानी से जमानत मिल गई थी। अगर पुलिस ने कुछ और धाराएं लगाई होतीं तो आरोपी को जेल जाना पड़ता। सबसे बड़ी बात यह थी कि आरोपी के छूटने के बाद छात्राओं के आपत्तिजनक वीडियो का दुरूपयोग किये जाने और हॉस्टल में रही छात्राओं को डरा- धमकाकर उन पर दबाव बनाए जाने का खतरा भी बना हुआ था।

प्रयागराज के एसएसपी अजय कुमार ने शनिवार की शाम को ही यह दावा किया था कि पूरे मामले की समीक्षा कर फिर से ज़रूरी कदम उठाए जाएंगे। बहरहाल इस मामले में प्रयागराज पुलिस ने पहले तो लड़कियों के बाथरूम में ख़ुफ़िया कैमरा लगाने वाले टेक्नीशियन फ़ैयाज़ की गिरफ्तारी की। फ़ैयाज़ के बयान के आधार पर मुख्य आरोपी आशीष के खिलाफ दर्ज मुक़दमे में कई धाराएं बढ़ाईं। इतना ही नहीं आशीष के खिलाफ वूमेन पाइन लाइन में पहले शिकायत कर चुकी एक छात्रा से नई तहरीर लेकर आरोपी के खिलाफ एक नया मुकदमा भी दर्ज किया। इस नई एफआईआर में आशीष पर आरोप लगा कि वह शिकायत दर्ज कराने वाली छात्रा को अश्लील मैसेज भेजता है। उसे बेवजह परेशान करता है। ब्लैकमेल करने की धमकी देता है और विरोध करने पर अंजाम भुगतने की बात भी कहता है। बहरहाल प्रयागराज पुलिस ने गर्ल्स हॉस्टल केस के मास्टर माइंड आशीष खरे और कैमरा फिट करने वाले टेक्नीशियन फ़ैयाज़ को भी जेल भेज दिया है।

हालांकि सपा नेता डा० ऋचा सिंह राष्ट्रीय महिला आयोग के बाद इस मामले को अब हाईकोर्ट ले गईं हैं। क़ानून की पढ़ाई कर रही नौ छात्राओं और प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति ने भी महिला आयोग से शिकायत की है।

अब सवाल ये उठता है कि प्रयागराज पुलिस ने गर्ल्स हॉस्टल में शर्मनाक हरकत करने वाले वाले मास्टरमाइंड पर शिकंजा कसते हुए उसे गिरफ्तार कर जेल तो भेज दिया है, लेकिन शहर में नियमों और मानकों के खिलाफ चल रहे लड़कियों के हॉस्टल पर शिकंजा कब कसेगा।

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