सृजना साहित्यिक संस्था ने मनाया आजाद का 116वां जन्मोत्सव

in #pratapgarh2 years ago

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आजाद की कर्मभूमि मतुई नमक शायर को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने की उठाई मांग

सृजना साहित्यिक संस्था उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में सरस कुटीर में आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत आजादी के अनुपम नायक अमर शहीद पं० चन्द्रशेखर आजाद का 116वां जन्मोत्सव मनाया गया।इस अवसर पर काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार डाॅ० दयाराम मौर्य रत्न ने कहा कि आजादी की आधारशिला रखने का कार्य आजाद ने किया।
मुख्य अतिथि रोशनलाल ऊमर वैश्य ने कहा कि आजाद ने आजादी की नीवं रखकर संग्राम का बिगुल फूंका।
कार्यक्रम का संचालन अनिल कुमार निलय ने किया।
प्रेम कुमार त्रिपाठी प्रेम ने पढ़ा- गोरों की ताकत को रौंदा,देकर बहुत बडा संदेश।शिखर हिमालय चढ़ ललकारा हिंदुस्तान हमारा देश।
गंगा पांडेय भावुक ने पढ़ा-आजाद की खुद पर चलाई आखिरी गोली को प्रणाम।
श्रीनाथ मौर्य सरस ने पढ़ा- आजाद ने आजादी की रखी थी बुनियाद।
अनिल कुमार निलय ने पढ़ा-गिरगिटों के शहर में बाज कहाँ से लाऊं?,इस जमीं पर फिर से आजाद कहाँ से लाऊं?
इस अवसर पर आनंद मोहन ओझा, अमर नाथ गुप्ता,राजकुमार,राधेश्याम दीवाना,कुंजबिहारी मौर्य काका श्री आदि ने आजाद को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अपने काव्यपाठ में एक स्वर से मतुई नमक शायर स्थित आजाद की कर्मभूमि को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने की पुरजोर मांग की।