"आबादी से पानी निकलने से समस्याओं की बाढ़ आई"

पीलीभीत 17 सितम्बर:(डेस्क)पूरनपुर में बाढ़ का पानी निकल जाने के बाद गांवों में भारी मात्रा में नदी की रेत (लोप) रह गई है। इससे लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। चारों ओर फैली दलदल और गंदगी से लोग परेशान हैं। फिसलन होने के कारण आवागमन में दिक्कत आ रही है। स्थिति इतनी खराब है कि लोग घरों तक से नहीं निकल पा रहे हैं।

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बाढ़ का पानी निकल जाने के बाद, चंदिया हजारा, राहुलनगर, कॉलोनी नंबर छह, खिरकिया बरगदिया और ध्रुव कॉलोनी जैसे गांवों में कीचड़ भर गया है। घरों के अंदर छह इंच मोटाई तक कीचड़ के कारण न तो खाना बन पा रहा है और न ही पीने का पानी मिल पा रहा है। घरों के बाहर निकलने तक में दिक्कत आ रही है। दो पहिया वाहन सवारों को भी पैदल आवागमन करना पड़ रहा है। दलदल के कारण लोग फिसल कर गिर रहे हैं।

बाढ़ और नदी के कटान का स्थायी समाधान न होने से नदी किनारे के लोग परेशान हैं। अब तक इन इलाकों में कोई जिम्मेदार अधिकारी झांकने तक नहीं आया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हर साल कई किलोमीटर क्षेत्र में नदी तबाही मचाती है, लेकिन सरकार कोई ऐसा प्रोजेक्ट नहीं लाती जिससे समस्या का स्थायी समाधान हो सके।

नदी की गहरी खोदाई और तटबंध निर्माण से समस्या का समाधान हो सकता है, लेकिन इस दिशा में कोई नहीं सोचता। हर साल तबाही और अन्य परेशानियां झेलते-झेलते अब लोगों की हिम्मत जवाब देने लगी है। बाढ़ में कई दिन भूखे रहना पड़ता है, फसलें नदी में समाने और मजदूरी न मिलने समेत तमाम समस्याएं झेलनी पड़ती हैं।

स्थानीय प्रशासन और सरकार से लोगों की मांग है कि वे इन समस्याओं पर गंभीरता से ध्यान दें और स्थायी समाधान निकालें। नदी किनारे के गांवों में रहने वाले लोगों को हर साल इन परेशानियों का सामना नहीं करना चाहिए। सरकार को चाहिए कि वह इन लोगों की मदद के लिए आगे आए और उन्हें राहत पहुंचाने के उपाय करे।