आजमगढ़ में प्रचार करने क्यों नहीं गए अखिलेश यादव? निरहुआ ने असली बताया कारण
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को पहले से ही उपचुनाव में हार का एहसास था, इसलिए आजमगढ़ में प्रचार करने नहीं आए। जीत हासिल करने के बाद भाजपा के दिनेश लाल निरहुआ ने यह दावा किया। 2019 में लोकसभा का चुनाव हारने के बाद 2022 उपचुनाव में जीत दर्ज करने वाले भाजपा के दिनेश लाल निरहुआ ने कहा कि भाजपा सरकार की उपलब्धियों और गरीब कल्याण से जुड़ी योजनाओं को लोगों ने स्वीकर करते हुए वोट किया है।
उन्होंने पत्रकार वार्ता में कहा कि 2019 में भी हम जीत जाते लेकिन सपा-बसपा ने मिलकर चुनाव लड़ा था। सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव के आरोपों पर उन्होंने स्पष्ट कहा कि 2019 में सपा-बसपा साथ लड़ी थी इस बार अलग अलग लड़े तो हार गए। अखिलेश पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि एक बार जनता ने उन्हें चुना था और वह तीन साल में ही छोड़कर चले गए थे, उन्होंने जनता के लिए कुछ किया नहीं था। भोजपुरी फिल्म के अभिनेता निरहुआ ने कहा कि एक सांसद के रूप में आजमगढ़ के रुके हुए विकास को वह तेजी से आगे बढ़ाना चाहेंगे। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आग्रह करेंगे कि डेढ़ साल का ही समय है, इसलिए आजमगढ़ की जितनी भी योजनाएं रुकी हुई हैं, उन्हें जल्द से जल्द आगे बढ़ाया जाए।
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