भ्रष्टाचार के आरोप में शोकॉज नोटिस मिलने के बाद भी मुख्यमंत्री के साथ रहे फौजा सिंह सरारी

in #politics2 years ago

भ्रष्टाचार के आरोप में शोकॉज नोटिस मिलने के बाद भी मुख्यमंत्री के साथ रहे फौजा सिंह सरारी
दोहरा मापदंड:-मान बोले: नोटिस दिया है अब प्रॉपर चैनल से चल रहा प्रोसैस-
-वोट बैंक व जाति कार्ड पर कार्यवाही से गुरेज कर रही सरकार-
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फिरोजपुर
भ्रष्टाचार की ऑडियो वॉयरल होने के बाद भ्रष्टाचार में घिरे कैबिनेट मंत्री फौजा सिंह सरारी पर तुरंत एक्शन लेने की बजाय मुख्यमंत्री का रवैया उनके प्रति कुछ सख्त दिखा। 23 मार्च को जिस हुसैनीवाला में सीएम भ्रष्टाचार के खिलाफ टोल-फ्री नंबर जारी किया था, उसी जगह अपने ही मंत्री पर भ्रष्टाचार का आरोप लगने के बाद भी मुख्यमंत्री उनके साथ बैठे दिखे। जबकि इससे पहले पूर्व स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला पर आरोप लगते साथ ही सरकार द्वारा उन्हें तुरंत पद से बर्खास्त कर दिया था। मुख्यमंत्री भगवंत ङ्क्षसह मान ने कहा कि सरकार द्वारा मंत्री को शोकॉज नोटिस जारी किया गया है और प्रॉपर चैनल के माध्यम से प्रोसैस जारी है, जबकि अपने मंत्री के बारे ज्यादा बोलने मुख्यमंत्री भी गुरेज करते दिखाई दिए।
आम आदमी पार्टी के फौजा ङ्क्षसह सरारी के प्रति नरम रवैये को राजनीति शास्त्री वोट बैंक और सीमावर्ती क्षेत्र से जोड़ रहे है। फौजा ङ्क्षसह राय सिख बिरादरी से सम्बंध रखते है और इसी कारण उन्हें कैबिनेट में जगह मिली थी। दूसरा उनका सीमावर्ती जिले से जुड़ा होना भी बड़ा कारण है। पार्टी सीधे तौर पर उन पर सख्त कार्यवाही करके खतरा नहीं लेना चाहती। ग्रेजुएट फौजा ङ्क्षसह ने 36 वर्ष पंजाब पुलिस में नौकरी की थी और ईमानदारी से नौकरी व राय सिख बिरादरी से सम्बंध रखने के कारण ही पार्टी ने उन्हें टिकट दी थी।
फौजा ङ्क्षसह की के ओएसडी तरसेम लाल कपूर के भतीजे पर 10 सितम्बर को राष्ट्रीय ध्वज गाड़ी के आगे लगाकर घूमने का पर्चा होने के बाद 11 सितम्बर को 8 मिनट 36 सैकिंड की एक ऑडियो वॉयरल हुई थी, जिसमें फौजा ङ्क्षसह की तरसेम लाल कपूर से लेन-देन को लेकर लंबी चर्चा हुई थी और उसमें डीएफएससी, डीआरओ, मुंशी तक के जिक्र हुए थे। जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया था और भाजपा से लेकर अकाली दल व कांग्रेस ने फौजा सिंह को तुरंत बर्खास्त करने की मांग की थी, लेकिन तक सीएम के विदेश होने के कारण मामला टलता जा रहा था।
ऑडियो वॉयरल होने के बाद मीडिया के सामने खुलकर बोलने से स्वयं फौजा सिंह सरारी भी गुरेज कर रहे है। पहले 12 सितम्बर को उनके सुरक्षा कर्मियो द्वारा मीडिया के साथ धक्कामुक्की की गई थी तो उसके बाद उनका नंबर भी आऊट ऑफ रेंज हो गया।
भाजपा नेता राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी ने कहा कि आम आदमी पार्टी को दो मंत्रियो पर दोहरा मापदंड बरतने की बजाय एक पॉलिसी अपनानी चाहिए। ऑडियो की फौरेंसिक जांच होनी चाहिए और मंत्री के खिलाफ सख्त कार्यवाई होनी चाहिए।