सावरकर पर राहुल गांधी के बोल से विपक्षी एकता की कोशिशों को लग सकता है ग्रहण

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सोमवार की शाम जब राज्य सभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के घर राहुल गांधी अपनी माँ सोनिया गांधी को कार चलाते हुए लेकर पहुँचे थे, तो उस समय विपक्ष के कुल 18 दलों के प्रतिनिधि वहाँ मौजूद थे.

जो दल मौजूद नहीं था या जिस दल के प्रतिनिधि की अनुपस्थिति ने खड़गे के घर पर जमा हुए विपक्ष के नेताओं के माथे पर शिकन पैदा कर दी, वो पार्टी थी उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना.

इस पार्टी का न तो कोई सांसद और न ही नेता इस बैठक में मौजूद था.

कहा तो ये भी जा रहा है कि ख़ुद उद्धव ठाकरे को खड़गे के घर हुई बैठक में शामिल होना था. लेकिन वो नहीं आए.

शनिवार को दिल्ली के अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय पर प्रेस कॉन्फ़्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने कहा था, "मेरा नाम सावरकर नहीं है. मेरा नाम राहुल गांधी है और गांधी किसी से माफ़ी नहीं मांगता."