कपिल सिब्बल के पार्टी छोड़ने पर कांग्रेस का यह जवाब

in #politics2 years ago (edited)

IMG-20220526-WA0008.jpgपूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के कांग्रेस छोड़ने को लेकर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि हमारी पार्टी से लोग आते-जाते रहते हैं।

वेणुगोपाल ने कहा, ''उन्होंने पार्टी अध्यक्ष को पहले ही पत्र लिख दिया था। पत्र में उन्होंने लिखा था कि वो कांग्रेस के सिद्धांतों में दृढ़ विश्वास रखते हैं। उन्होंने कुछ और नहीं कहा. उन्हें अपनी स्थिति तय करने दें, तब मैं कुछ कह सकता हूँ। त्याग पत्र बहुत उच्च स्तर का है। हमारी पार्टी से लोग आते-जाते रहते हैं। ये एक बड़ी पार्टी है। कुछ पार्टी छोड़ रहे हैं. कुछ दूसरी पार्टियों में जा रहे हैं। मैं पार्टी छोड़ने वालों को दोष नहीं देने जा रहा हूं। कांग्रेस में बहुत बड़ी जगह है।'' उन्होंने कहा, ''पार्टी का पूरी तरह से पुनर्निर्माण किया जाएगा। कई तरह के दिशानिर्देश आने वाले हैं। हर व्यक्ति के पास कोई ना कोई काम होगा।''

कपिल सिब्बल ने बुधवार को कांग्रेस छोड़ने की घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि वो 16 मई को ही कांग्रेस पार्टी से इस्तीफ़ा दे चुके हैं। कपिल सिब्बल ने कहा कि वह विपक्ष में रहकर एक गठबंधन बनाना चाहते हैं ताकि मोदी सरकार का विरोध किया जा सके। कपिल सिब्बल ने कहा कि मोदी सरकार का 2024 में साझा विरोध होना चाहिए।

IMG-20220526-WA0009.jpgवहीं, पिछले साल जून में यूपी चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़ भाजपा में जाने वाले जितिन प्रसाद ने कपिल सिब्बल के पुराने ट्वीट को टैग करते हुए उन पर तंज किया है। कपिल सिब्बल ने जितिन प्रसाद के लिए लिखा था, ''सवाल ये है कि क्या उन्हें बीजेपी से प्रसाद मिलेगा या ये सिर्फ़ यूपी चुनाव के लिए है। अगर विचारधारा ना हो तो बदलाव आसान होता है।''

अब जितिन प्रसाद ने लिखा है, ''मिस्टर सिब्बल प्रसाद कैसा है?''

कपिल सिब्बल ने बुधवार को उत्तर प्रदेश से राज्यसभा की सांसदी के लिए पर्चा भरा है। उन्होंने कहा कि उनकी उम्मीदवारी का समर्थन समाजवादी पार्टी समेत कई दलों से मिल रहा है। कपिल सिब्बल कांग्रेस के नाराज़ धड़ा जी-23 के अहम हिस्सा थे। वह पार्टी से लंबे समय से नाराज़ चल रहे थे।

कपिल सिब्बल जब राज्यसभा के लिए नामांकन भर रहे थे तो उनके साथ समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव भी थे। सिब्बल की क़रीबी एक वकील के तौर पर अखिलेश यादव के परिवार से पहले से ही रही है। शिवपाल यादव से जब विवाद हुआ था और समाजवादी पार्टी बँटी हुई दिख रही थी, तब सिब्बल ने कहा था कि साइकिल चुनाव चिह्न अखिलेश को ही मिलना चाहिए।