सियासत के 'अखाड़े' में अब नहीं दिखेंगे 'दांव', मुलायम सिंह को पीएम मोदी ने ऐसे किया याद

in #politics2 years ago

Mulayam Singh Yadav Health: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का मेदांता अस्पताल में सोमवार को निधन हो गया. वह 82 वर्ष के थे. मुलायम सिंह यादव को पिछली दो अक्टूबर को मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे. आज सुबह 8:16 बजे मुलायम सिंह यादव ने अंतिम सांस ली. मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद सियासी जगत में शोक की लहर है. मुलायम सिंह यादव के निधन पर उत्तर प्रदेश सरकार ने 3 दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है. उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान से सैफई में होगा.

पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर अन्य नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है. पीएम नरेंद्र मोदी ने मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद उनके साथ कई तस्वीरें ट्वीट की हैं. पीएम नरेंद्र मोदी ने इसके साथ लिखा, यूपी और राष्ट्रीय राजनीति में मुलायम सिंह यादव ने अलग पहचान बनाई. वह इमरजेंसी के दौरान लोकतंत्र के लिए लड़े. बतौर रक्षा मंत्री, उन्होंने भारत को मजबूत बनाने के लिए काम किया. देश के हितों के लिए उन्होंने संसद में भी कई अहम बातों पर जोर दिया. मुलायम सिंह यादव ने पूरी लगन से लोगों की सेवा की और जयप्रकाश नारायण, राम मनोहर लोहिया के आदर्शों के प्रचार के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया.मुलायम सिंह के साथ थे गहरे संबंध

पीएम नरेंद्र मोदी और मुलायम सिंह यादव के संबंध काफी गहरे थे. उन्होंने ट्वीट में उनके साथ तस्वीरों के रूप में यादों का पिटारा साझा किया. ट्वीट में पीएम ने लिखा, जब हम दोनों मुख्यमंत्री थे, तब मेरी मुलायम सिंह यादव से कई मुलाकातें हुईं. वो अच्छे संबंधों का दौर जारी रहा और मैं हमेशा से उनके विचार सुनना चाहता था. उनके जाने का मुझे दुख है. उनके परिवार और समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाएं. ओम शांति.

राजनाथ-अमित शाह ने भी जताया दुख

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी मुलायम सिंह यादव के निधन पर शोक जताया. उन्होंने ट्वीट में लिखा, मुलायम सिंह यादव जमीन से जुड़े एक ऐसे नेता थे, जिन्होंने कई दशकों तक उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक प्रमुख भूमिका निभाई. अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में उन्होंने अनेक पदों पर काम किया और देश, समाज एवं प्रदेश के विकास में अपना योगदान दिया. उनका निधन बेहद पीड़ादायक है.

गृह मंत्री अमित शाह ने मुलायम सिंह यादव के निधन को राजनीति के एक युग का अंत बताते हुए ट्वीट किया. इसमें उन्होंने लिखा, मुलायम सिंह यादव अपने अद्वितीय राजनीतिक कौशल से दशकों तक राजनीति में सक्रिय रहे. आपातकाल में उन्होंने लोकतंत्र बहाल करने के लिए बुलंद आवाज उठाई. वह सदैव एक जमीन से जुड़े जननेता के रूप में याद किए जाएंगे. उनका निधन भारतीय राजनीति के एक युग का अंत है. दुःख की इस घड़ी में उनके परिजनों व समर्थकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं. ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें. ॐ शांति.

1939 में हुआ था जन्म

मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवंबर 1939 को हुआ था. पांच भाइयों में मुलायम तीसरे नंबर पर थे. मुलायम सिंह ने पहलवानी से अपना करियर शुरू किया. वह पेशे से अध्‍यापक रहे. उन्‍होंने कुछ समय तक इंटर कॉलेज में अध्‍यापन किया. पिता उन्‍हें पहलवान बनाना चाहते थे. फिर अपने राजनीतिक गुरु नत्‍थू सिंह को प्रभावित करने के बाद मुलायम सिंह यादव ने जसवंतनगर विधानसभा सीट से चुनावी अखाड़े से कदम रखा. वह 1982-1985 तक विधान परिषद के सदस्‍य रहे. मुलायम सिंह यादव ने 4 अक्टूबर 1992 को समाजवादी पार्टी की स्थापना की थी. उत्तर प्रदेश की सियासत में मुलायम सिंह यादव का अलग मुकाम था. आठ बार वह यूपी विधानसभा के सदस्य रहे.