सपा प्रमुख की फोटो से अभद्रता पर भड़के सपाई

चित्रकूट 16 सितंबर:(डेस्क)चित्रकूट में हाल ही में भाजपा और भाजयुमो के कार्यकर्ताओं ने समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव का पुतला फूंका, जिसके दौरान अभद्रता का आरोप सपा कार्यकर्ताओं ने लगाया। यह घटना तब हुई जब भाजपा कार्यकर्ताओं ने अखिलेश यादव के एक विवादास्पद बयान के खिलाफ प्रदर्शन किया। यादव ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि "मठाधीश और माफिया में कोई ज्यादा फर्क नहीं है," जिसे भाजपा कार्यकर्ताओं ने साधु संतों और सनातन धर्म का अपमान मानते हुए कड़ा विरोध किया।

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भाजपा युवा मोर्चा के सदस्यों ने धनुष चौराहे पर एकत्रित होकर जोरदार नारेबाजी की और अखिलेश यादव के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने आरोप लगाया कि यादव का बयान न केवल साधु संतों का अपमान है, बल्कि यह उनके द्वारा मठों और धार्मिक संस्थाओं को लेकर की गई अनर्गल टिप्पणियों का भी परिणाम है। इस प्रदर्शन में भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष हीरो मिश्रा ने कहा कि यादव को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए।

सपा नेताओं ने इस घटना का कड़ा विरोध करते हुए कोतवाल को तहरीर देकर भाजपा नेताओं के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग की। सपा नेताओं का कहना था कि भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए प्रदर्शन में अभद्रता और अशांति फैलाने का प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के विरोध प्रदर्शन से समाज में तनाव बढ़ता है और राजनीतिक माहौल खराब होता है।

इस घटना ने चित्रकूट में राजनीतिक तनाव को और बढ़ा दिया है, जहां दोनों दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। सपा नेताओं ने कहा कि वे इस मामले को गंभीरता से लेंगे और उचित कार्रवाई करेंगे। वहीं, भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि वे अपने धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाएंगे।

इस प्रकार, चित्रकूट में हुए इस घटनाक्रम ने न केवल स्थानीय राजनीति को प्रभावित किया है, बल्कि यह पूरे प्रदेश में सपा और भाजपा के बीच बढ़ते तनाव को भी उजागर करता है। राजनीतिक दलों के बीच इस तरह की घटनाएं अक्सर समाज में विभाजन पैदा करती हैं, जिससे शांति और सौहार्द्र बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो जाता है।