Amethi News: 19 लेखपालों के कार्यक्षेत्र बदले

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Image credit: amarujala

मुसाफिरखाना (अमेठी) में एसडीएम प्रीती तिवारी ने तहसील क्षेत्र के 19 लेखपालों के कार्यक्षेत्र में बदलाव किया है। इस कदम का उद्देश्य प्रशासनिक कार्यों और क्षेत्र में बेहतर कार्य करना है।
एसडीएम ने सभी लेखपालों को नए क्षेत्र का कार्यभार ग्रहण करने के आदेश दिए हैं। कुछ प्रमुख बदलाव इस प्रकार हैं:

गंगा प्रसाद मिश्रा को पिछूती के साथ मवइया रहमतगढ़ की अतिरिक्त जिम्मेदारी मिली है।

अरुण दोहरे को सिधियावां के साथ बनभरिया गांव की जिम्मेदारी दी गई है।

नीरज त्रिपाठी को गुन्नौर के साथ भनौली गांव की जिम्मेदारी दी गई है।

आरती श्रीवास्तव को सिंदुरवा की जिम्मेदारी दी गई है।

देवेश सिंह को धरौली के साथ पिंडारा करनाई की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है।

नन्हेलाल को रसूलाबाद की जिम्मेदारी दी गई है।

अरुण कुमार दूबे को पूरे प्रेमशाह के साथ महेशपुर गांव की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है।

सच्चिदानंद दूबे को भद्दौर के साथ सरैया उर्फ मुसाफिरखाना देहात की जिम्मेदारी दी गई है।

संदीप मिश्रा को नौडाड़ के साथ भीखनपुर गांव की जिम्मेदारी दी गई है।

सुशील शुक्ला को मुहीउद्दीनपुर के साथ हरखूमऊ गांव की जिम्मेदारी दी गई है।

कुलदीप सिंह को उरवा की जिम्मेदारी दी गई है।

रामजग शुक्ला को बढ़ौली के साथ मंगौली की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है।

अनिल कुमार को मुबारक़पुर के साथ कमरौली की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है।

कुंवर बहादुर पाल को विशंभर पट्टी की जिम्मेदारी दी गई है।
रेनू को रस्तामऊ की जिम्मेदारी दी गई है।

दीपक मौर्य को बिसारा पूरब की जिम्मेदारी दी गई है।

सुशील कुमार शुक्ला को दौलतपुर निसूरा के साथ सत्थिन की जिम्मेदारी दी गई है।

विजय पाल को उरेरमऊ की जिम्मेदारी दी गई है।

नवनियुक्त लेखपाल अजीत कुमार वर्मा को नारा अढ़नपुर गांव की जिम्मेदारी दी गई है।

इन बदलावों से लेखपालों को नए क्षेत्रों में अपना योगदान देने का मौका मिलेगा और प्रशासनिक कार्यों में सुधार होगा। एसडीएम ने सभी लेखपालों को तत्काल प्रभाव से नए क्षेत्रों में कार्यभार ग्रहण करने का निर्देश दिया है।

क्या इन लेखपालों को कोई ट्रेनिंग दी गई थी

लेखपालों को नए क्षेत्रों में कार्यभार ग्रहण करने से पहले किसी प्रकार की ट्रेनिंग नहीं दी गई थी।
हालांकि, नए भर्ती लेखपालों का प्रशिक्षण पहले ही शुरू हो चुका है। इस दौरान इन्हें दो बार एक-एक माह का क्षेत्रीय प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है।
यूपी लेखपाल परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद नियुक्ति होने पर लेखपालों को कुछ दिनों की ट्रेनिंग भी दी जाती है। इस ट्रेनिंग में उन्हें जमीनी स्तर पर कार्य करने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान किया जाता है।
लेखपालों को नए क्षेत्रों में कार्यभार ग्रहण करने से पहले किसी प्रकार की औपचारिक ट्रेनिंग नहीं दी गई। हालांकि, नए भर्ती लेखपालों के लिए पहले से ही ट्रेनिंग कार्यक्रम चल रहा है।