अम्बेडकरनगर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने अखिलेश यादव का पुतला जलाया, मठाधीश और माफिया

in #politics5 days ago

अंबेडकरनगर 14 सितंबर: : (डेस्क)भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के कार्यकर्ताओं ने अंबेडकरनगर में समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा मठाधीशों और माफियाओं की तुलना किए जाने पर विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने पटेल नगर तिराहा पर अखिलेश यादव का पुतला फूंका, जिससे उनकी नाराजगी स्पष्ट हुई।

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अखिलेश यादव ने हाल ही में एक बयान में कहा था कि मठाधीशों और माफियाओं में कोई ज्यादा अंतर नहीं है। इस बयान के बाद से विभिन्न धार्मिक नेताओं और संतों में रोष फैल गया। संतों ने अखिलेश के इस बयान को निंदनीय बताते हुए कहा कि मठाधीशों का समाज में एक महत्वपूर्ण स्थान है और उनकी तुलना माफियाओं से करना गलत है।

श्री पंचायती अखाड़ा उदासीन निर्वाण के महंत दुर्गा दास ने कहा कि मठाधीशों को माफिया से जोड़ना निकृष्टता का परिचायक है। उन्होंने यह भी कहा कि अखिलेश को अपने अतीत पर गौर करना चाहिए और यह देखना चाहिए कि उन्होंने क्या किया है।

संतों का मानना है कि मठाधीशों का सम्मान किया जाना चाहिए और उनके प्रति इस तरह की टिप्पणियां समाज में अव्यवस्था पैदा कर सकती हैं। अखिलेश यादव ने अपने बयान का बचाव करते हुए कहा कि जब मठाधीशों के खिलाफ नारे लगाए जा रहे थे, तब वे कहाँ थे।

इस विवाद ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है, और भाजपा कार्यकर्ताओं ने इसे अपने लिए एक अवसर के रूप में देखा है। वे इस मुद्दे को लेकर अखिलेश यादव की आलोचना कर रहे हैं और इसे आगामी चुनावों में एक महत्वपूर्ण विषय बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

इस घटनाक्रम से स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश की राजनीति में धार्मिक और सामाजिक मुद्दे कितने संवेदनशील होते हैं। अखिलेश यादव के बयान ने न केवल भाजपा कार्यकर्ताओं को बल्कि समस्त धार्मिक समुदाय को भी आहत किया है।

इस विवाद पर आगे की प्रतिक्रियाएँ और राजनीतिक नतीजे देखने के लिए सभी की निगाहें अब आगामी दिनों पर टिकी रहेंगी।