सुलतानपुर डकैती मामले में पुलिस का गुडवर्क कारगर साबित, चार आरोपियों को किया गिरफ्तार
सुल्तानपुर 12 सितम्बर:(डेस्क)सुल्तानपुर में हाल ही में हुई सरेबाजार डकैती ने कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस घटना में शामिल बदमाश मंगेश यादव के एनकाउंटर के बाद यह मामला राजनीतिक चर्चा का विषय बन गया है। नेताओं ने इस पर बयानबाजी शुरू कर दी है और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं।
डकैती के खुलासे को लेकर व्यापारी वर्ग का भी दबाव था, जिससे पुलिस पर आरोप लगने लगे। घटना के बाद से ही प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति पर चिंता जताई जा रही है। विपक्षी दलों ने सरकार को घेरते हुए कहा है कि पुलिस की लापरवाही के कारण ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं।
राजनीतिक दलों के नेताओं ने इस घटना को लेकर अपने-अपने बयान दिए हैं। कुछ ने इसे सरकार की विफलता बताया, जबकि अन्य ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। मंगेश यादव का एनकाउंटर भी इस चर्चा में शामिल हो गया, जिससे यह मामला और भी संवेदनशील हो गया है।
व्यापारी वर्ग ने भी इस मामले में अपनी चिंता व्यक्त की है, क्योंकि डकैती की घटनाओं से उनके व्यापार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इस स्थिति में व्यापारी संगठनों ने सरकार से सुरक्षा के ठोस उपाय करने की मांग की है।
इस प्रकार, सुल्तानपुर की डकैती ने न केवल कानून व्यवस्था की स्थिति को उजागर किया है, बल्कि यह भी दर्शाया है कि किस प्रकार राजनीतिक बयानबाजी और व्यापारियों का दबाव पुलिस और प्रशासन पर असर डालता है।