जनसेवा केंद्र संचालक ने ही रची थी गोली चलाने की घटना

in #policelast year

अंबेडकरनगर , जन सेवा केंद्र संचालक के ऊपर फायरिंग मामले में आखिरकार तीन बार तहरीर बदलने के बाद पुलिस ने चार के विरुद्ध जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज कर लिया और आरोपियों की लोकेशन कचहरी परिसर में मिलने के बाद केस स्पंज भी कर दिया गया। जहांगीरगंज के नरियावं सिकंदर पुर मार्ग पर स्थित तिलकटण्डा में जन सेवा केंद्र का चलाने वाले पड़ोसी गांव अक्थरा नारायणपुर निवासी श्रवण निषाद शनिवार पर दिनदहाड़े फायरिंग करने का मामला सामने आया था आरोप लगाया गया था कि श्रवण अपनी दुकान पर बैठा था तभी दो बाइकों पर सवार होकर चार आरोपी विनोद निषाद, गुलशन उर्फ इंद्रजीत निषाद, देवेंद्र उर्फ बृजभान तथा रवि उर्फ रवीन्द्र दूकान पर आए और श्रवण पर तमंचे से फायर कर दिया, श्रवण ने झुक कर जान बचाई और गोली कम्प्यूटर प्रिंटर पर लगी।शोर मचाने पर आरोपी वहां से सिकंदर पुर की तरफ भाग निकले। दिनदहाड़े ऐसी घटना होने के बाद अफरा तफरी मच गई मौके पर पहुंची पुलिस ने बताई गई दिशा में पीछा भी किया लेकिन आरोपियों का पता नहीं चला। बाद में श्रवण निषाद ने थाने पर उक्त चार आरोपियों के विरुद्ध तहरीर दिया जिसमें पहले झोले में रखा रुपया छीन कर भागने का उल्लेख किया गया था, शुरू से ही घटना को संदिग्ध बता रही पुलिस ने चारों आरोपियों के विरुद्ध जानलेवा हमले व नुकसान की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया। इसके थोड़ी ही देर बाद पूरा प्रकरण ही तब उल्टा पड़ गया जब दो आरोपी बनाए गए विनोद देवेंद्र ने पुलिस अधीक्षक को जिला मुख्यालय पर कचहरी परिसर में होने की बात बताते हुए मुकदमे में उनकी फर्जी नामजदगी की शिकायत की जिसके बाद मौके की सीडीआर निकलवाई गई तो दोनों की शिकायत सही पाई गई। ऐसी बात सामने आते ही जहांगीरगंज पुलिस ही बैकफुट पर आ गई और आनन-फानन में दर्ज एफआईआर को स्पंज कर दिया गया। थानाध्यक्ष प्रदीप सिंह के मुताबिक जो तहरीर मिली थी उसके आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया था और फर्जी पाए जाने पर उसे रद्द कर दिया गया साथ ही श्रवण द्वारा संचालित जनसेवा केंद्र के विरुद्ध कार्रवाई के लिए उप जिलाधिकारी आलापुर को रिपोर्ट भेजी गई है।
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