मूंग उत्पादक शुरू करवाने की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन

in #pm2 years ago

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एमएसपी पर मूंग खरीद को लेकर भारतीय किसान यूनियन, टिकैत ने दिया प्रधानमंत्री व केंद्रीय कृषि मंत्री तथा मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार के नाम जिला कलेक्टर नागौर पीयूष समारिया को ज्ञापन सौंपा है।
राजस्थान में सर्वाधिक मूंग उत्पादक जिला नागौर है।
नागौर जिले में किसानों को बुवाई से कटाई तक ₹25000 प्रति हेक्टर लागत लग रही है और 5 क्विंटल के आसपास प्रति हेक्टर पैदावार हैं तथा वर्तमान में मंडी में 6400 रुपए प्रति क्विंटल मूंग बिक रहे हैं तो एक हेक्टर का ₹30000 से ज्यादा किसानों को नहीं मिल रहा है जबकि ₹25000 के आसपास किसान ने खर्च कर दिया है।
इन मांगों को लेकर दिया ज्ञापन
अभी किसानों ने अपनी मूंग की फसल निकाली है और बाजार में बचने के लिए ला रहे हैं उसके विपरीत NAFED {नेफेड} ने भी मूंग को बाजार में बेचना शुरु कर दिया है। दाल मिल व व्यापारियों को नेफेड से मूंग खरीदने में 5% मंडी टैक्स नहीं देना पड़ता है तो जाहिर सी बात है कि व्यापारी किसान से नहीं खरीद कर नेफेड से खरीदेंगे। और किसान का मूंग ओर सस्ता बिकेगा। अतः तत्काल प्रभाव से नेफेड की बिक्री इस समय बंद की जाए।
मूंग खरीद टोकन शुरू किया जाए व टोकन व्यवस्था सुचारू कर जल्द से जल्द मूंग की खरीद शुरू की जाए।
किसान से मुंग खरीद की मात्रा की सीमा समाप्त कर सम्पूर्ण उपज खरीदी जाए ।
Pmfby में कई किसानों के व्यक्तिगत स्तर पर खराबा हुआ, उन किसानों की शिकायत है की कंपनी सर्वेयर शिकायत करने के एक महीने बाद भी सर्वे नहीं कर रहे हैं।
कंपनी सर्वेयर किसानों से खाली फार्म पर साइन ले रहे हैं। तथा कोई जागरूक किसान खाली फॉर्म पर साइन करने से मना कर दे तो उनका सर्वे भी करने से मना कर रहे हैं। और ऐसा अनेक जगह हुआ।
इस बार मूंग की कटाई लगभग 20 सितंबर के आसपास पूरी हो चुकी थी परंतु पटवारी व पर्यवेक्षकों ने ज्यादातर जगह पर क्रॉप कटिंग 20 सितंबर के बाद खानापूर्ति की और कई जगह पर तो अभी तक क्रॉप कटिंग नहीं हुई है। तो किसानों को क्लेम मिलने की उम्मीद कैसे की जाए। इसकी शिकायत हमने हरीश मेहरा उप निदेशक कृषि विस्तार नागौर को दी थी परंतु कोई सुनवाई नहीं हुई।
कंपनी सर्वेयर ,नियमों के मुताबिक एग्रीकल्चर में डिप्लोमा, डिग्री धारी अनुभवी व्यक्ति को ही लगाया जाएगा परंतु कंपनी ने आनन-फानन में बाहर के व्यक्तियों को लाया गया है,जिनको यहां की खेती ,फसल, जमीन के एरिया के बारे में बिल्कुल ही नॉलेज नहीं है। घास को बाजरी, हेक्टर में 4 बीघा बता रहे हैं। यह किसानों की शिकायत है।जिला अध्यक्ष अर्जुनराम लोमरोड ने बताया की अगर सरकार समय रहते MSP पर मूंग खरीद नहीं की जाती है तो जिले के किसान अपने मूंग ट्रैक्टर ट्रॉली में भरकर जिला कलेक्टर कार्यालय नागौर पर लेकर आ जाएगे और खरीद होने तक यही बेठे रहेगे।यह रहे मौजूद
मेहराम नगवाड़िया,पवन काला,बहादुर खिलेरी, प्रेमसुख जाजड़ा,रामपाल धोलिया आदि मौजूद रहे।

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