दबंगो के तांडव से खिलाड़ी परेशान

in #players2 years ago

दबंगो के तांडव से खिलाड़ी परेशान
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पुठ कलां स्टेडियम में घुस महिला खिलाड़ियों से होती है छेड़खानी

बाहरी दिल्ली: बवाना विधानसभा में स्थित पुथकलां स्टेडियम में पिछले कई दिनों से खिलाड़ी और कोच सुरक्षित नही है यहां मनचलों के हौसले इतने बुलंद है कि दिनदहाड़े स्टेडियम में बिना आईकार्ड या किसी अनुमति से कभी भी घुस जाते है और वहाँ प्रशिक्षिण ले रही महिला खिलाड़ियो से छेड़खानी करते है यदि इसका कोई विरोध करता है तो उसके साथ दबंगो द्वारा मारपीट की जाती है बुधवार देर शाम स्टेडियम में मनचलों की एक वीडियो वायरल हुई जिसमें दस,पंद्रह लड़के ट्रैक पर आते है और वहां खेल रही महिला खिलाड़ियो को परेशान करते है आरोप है कि जब मनचलों को रोकने के लिए कोच मुकेश वत्स ने दबंगो को स्टेडियम से बाहर जाने की बात कही तो उनके साथ हाथापाई की गई और दबंगो द्वारा स्टेडियम खाली करने व कोच को नोकरी से हटाने की धमकी देते हुए दबंग स्टेडियम को अपने दादा और पिता की संपत्ति बताते हुए देख लेनी की बात की इससे पहले भी कई बार कोच मुकेश वत्स पर जानलेवा हमला हो चुका है जिसपर कोच मुकेश वत्स ने अपने ऊपर हत्या होने की असंका जताई है।

नशेड़ियों का लगता है जमावड़ा
स्टेडियम परिसर ने नशेड़ियों का जमावड़ा लगता है जिसपर युवा खिलाड़ियों पर भी प्रभाव पड़ रहा है इसके साथ नशे में दबंग महिला खिलाड़ियो पर कॉमेंट पास करते हुए उनके साथ दुर्व्यहार करते है।

राजनीतिक रसूखदार स्टेडियम में दिखाता है दादागिरी
आरोप है कि गाँव का ही राजनीतिक आदमी मुकेश अपने आप को आप पार्टी का जिला अध्यक्ष बताता है राजनीति चमकाने के लिए आसपास अपना रसूख बनाना चाहता है यह नेता और दबंग लड़को के साथ स्टेडियम में घुस जाता है महिलाओं से बत्तमीजी के साथ कोच को भी देख लेने की बात करता है गाँव के युवाओं को नशे की लत डालते हुए यह व्यक्ति दंबगई करता है इसका विरोध करने पर यह सबको धमकाता है आस पास खिलाड़ियो के साथ महिलाएं भी अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही है ।

जल्द ही राष्ट्रीय स्तर की होने वाली है प्रतियोगिता
खिलाड़ियो का जल्द ही राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता होने वाली है जिसको लेकर खिलाड़ी बहुत ही चिंतित है इस दौर में खिलाड़ी मानसिक रुप से अस्वस्थ्य महसूस कर रहें है खिलाड़ियो का आरोप है कि दबंगो की वजह से उनका सही रूप से प्रशिक्षण नही हो पाता।

छत्रशाल स्टेडियम जैसी घटना होने की पुनः असंका

स्टेडियम में ऐसी वारदात कई बार हो चुकी है गुटबाजी और दंबगई के चलते यहा भी छत्रशाल स्टेडियम की तरह खूनी संघर्ष हो सकता है जिसमें खिलाड़ियो के भविष्य पर भी खतरा मंडरा रहा है यदि प्रसाशन ने इस पर कड़ी कार्यवाही नही की तो हो सकता है बड़ा बवाल।

खिलाड़ियो ने जिलाधिकारी कार्यलय पर किया प्रदर्शन लगाई सुरक्षा की गुहार
खिलाड़ियो ने शुक्रवार को सुबह ग्यारह बजे कंझावला स्थित धरना प्रदर्शन करते हुए नारे बाजी की और उपजिलाधिकारी को सुरक्षा की गुहार लगाते हुए ज्ञापन दिया इस मौके पर खिलाड़ियो के समूह ने प्रदर्शन करते हुए दबंगो पर कार्यवाही की मांग की जहां कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय टीम दुनिया के चौथे स्थान पर रहा खिलाड़ियो ने स्वर्ण पदक जीतते हुए दुनिया मे तिरंगे का परचम लहराया वही आज दिल्ली ग्रामीण इलाके के खेल परिसर में खिलाड़ियो को सुरक्षा नही मिल रही तथा कथित सड़कछाप नेता महिला खिलाड़ियो से बदसलूकी करते है जिसपर कोई कार्यवाही नही होती है खिलाड़ियो को इसपर आवाज न उठाने के लिए उन्हें घर जा कर धमकाया जा रहा है इसपर प्रसाशन को कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए।

पुठ के ट्रैक से निकले है भारत के सितारे
इसी खेल परिसर से रियो ओलंपिक 2016 में ललित माथुर ने हिस्सा लिया था।
शक्ति सौलंकी शॉटपुट यूथ वर्ड में कांस्य पदक जीता था।
लक्ष्य शर्मा यूथ एशिया गेम्स में
निर्मित दहिया खेलो इंडिया मेडलिस्ट रहा तो मनीष डबास 20किलोमोटर वॉक में नैशनल चैम्पियन बन देश का नाम रोशन किया है।