निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप करें राजस्व वसूली-जिलाधिकारी
पुराने वादों को प्राथमिकता के आधार पर किया जाये निस्तारित।
पीलीभीत । जिलाधिकारी पुलकित खरे की अध्यक्षता में राजस्व कार्यों व कर-करेत्तर समीक्षा बैठक गांधी सभागार में सम्पन्न की गई। राजस्व कार्यो की समीक्षा के दौरान समस्त उप जिलाधिकारियों को सार्वजनिक भूमि पर अवैध कब्जे, पारिवारिक लाभ योजना, पुराने वादों का निस्तारण, खेल के मैदानों व तालाबों को कब्जा मुक्त करने सम्बन्धी दिशा निर्देश दिये गये। सार्वजनिक स्थलों को कब्जा मुक्त करने सम्बन्धी पीलीभीत अमरिया व बीसलपुर तहसील में प्रगति कम होने पर असंतोष व्यक्त करते हुये सम्बन्धित तहसीलदारों को कडे निर्देश दिये गये। समस्त उप जिलाधिकारियों को अपने कार्यालय में नियमित जनसुनवाई के दौरान राजस्व सम्बन्धी प्रकरणों को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण कराया जाये। उन्होंने कहा कि समस्त तहसीलों में साफ सफाई की व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाये। उन्होंने कहा कि सभी उप जिलाधिकारी अपने यहां लम्बित पुराने वादों को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित करायें।
कर करेत्तर की बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने वाणिज्यकर, स्टाम्प, आबकारी, परिवहन, विद्युत, सामाजिक वानिकी, बाढ़ खंड, मण्डी, राजस्व विभाग सहित विभिन्न विभागों की विगत वर्ष में लक्ष्य के सापेक्ष हुई प्रगति व इस वर्ष प्राप्त लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति की समीक्षा की गई। इस दौरान वर्ष 2020-21 के सापेक्ष वर्ष 2021-22 में प्रगति कम होने के कारण डीएफओ सामाजिक वानिकी, मण्डी सचिव बीसलपुर, पूरनपुर व खनन निरीक्षक को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिये गये। बैठक में डीएफओ टाइगर रिजर्व बिना सूचना के अनुपस्थित पाये जाने के कारण वेतन रोकने के निर्देश दिये गये। इस दौरान उन्होंने समस्त विभागों को शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप तैयारियां सुनिश्चित करते हुये निर्धारित राजस्व की शत-प्रतिशत वसूली सुनिश्चित करने के कडे निर्देश दिये गये। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप निर्धारित लक्ष्य की शत-प्रतिशत वसूली सुनिश्चित की जाए इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने समस्त अधिकारियों को समय से जनसुनवाई करने के दिशा निर्देश दिये गये।
बैठक में अपर जिलाधिकारी (वि./रा.), डीएफओ सामाजिक वानिकी, नगर मजिस्टेट, एआरटीओ, आबकारी अधिकारी, समस्त उप जिलाधिकारी, तहसीलदार सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।