छोटी सी उम्र से ही समाजसेवी बनने और समाज के लिए कार्य करने का शौक है अर्चना सिंगरौल

इस लेख में आज हम जानेंगे मध्य-प्रदेश की एक बेटी जिसके अंदर छोटी सी उम्र से ही समाजसेवी बनने और समाज के लिए कार्य करने का शौक है। वह एक ऐसी लड़की है जिसकी उम्र मात्र 17 वर्ष है ,जिसे सरकारी कानून के अनुसार परिपक़्व भी नहीं कह सकते हैं ,लेकिन कहते हैं ना की सफलता और सेवा की कोई उम्र नहीं होती। ठीक उसी का आज वह उभरती हुई उदहारण है। आज हम जानेंगे मध्य-प्रदेश के एक छोटी सी बेटी और बड़े दिल वाली समाज सेविका अर्चना सिंगरौल के बारे में ये हैं पवई , जिला- पन्ना, मध्यप्रदेश की रहने वालीं अर्चना सिंगरौल । ( Archna Singraul ) जिनकी उम्र महज 19 वर्ष है लेकिन उन्होंने समाजसेवा करने के लिए जो कदम उठाए वह बहुत ही अतुलनीय है। ये अपने माता-पिता, अपनी बड़ी बहिन अंजू सिंगरौल और भाई के सहयोग से लगातार अद्भुत समाजसेवा करती रहती है। इन्होंने मानवता की सच्ची मिशाल पेश की है पढ़ाई करने के साथ-साथ अर्चना बेटी ने समाजसेवा का नया अध्याय लिखा है।अर्चना सिंगरौल का जन्म एक गरीब किसान परिवार में छोटे से गांव में हुआ था। वह अपने भाई-बहिनों में सबसे छोटी है।

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