VTR में बाप-बेटा बाघों के बीच छिड़ी जंग का खामियाजा भुगत रहे इंसान, अब तक 5 गंवा चुके हैं जान
Patna News: वाल्मिकी टाइगर रिजर्व के जंगलों में बाप-बेटा बाघों के बीच जंग छिड़ी हुई है जिसका खामियाजा इंसानों को चुकाना पड़ रहा है. दरअसल वयस्क बाघ सी-वन अपने क्षेत्र का विस्तार करने की फिराक में है ऐसे में वह दूसरे बाघ टी-5 की सीमा में प्रवेश करने से भी नहीं चूक रहा है. बता दें कि बाघ टी-5, बाघ सी-1 का पिता है. बाप-बेटा बाघों के बीच क्षेत्र के लिए छिड़ी इस लड़ाई में सीमाओं के पास बसी बस्ती के लोग बेमौत मारे जा रहे हैं. गौरतलब है कि बाघों की क्षेत्र विस्तार की जंग में पिछले 6 महीनों में पांच लोगों की जान जा चुकी है.
बाघ को पकड़ने के लिए चलाया जा रहा रेस्क्यू अभियान
वहीं वन विभाग अब सी-वन वयस्क बाघ की तलाश के अभियान में जुट गया है. सी-वन वयस्क बाघ की खोज हाथी के जरिए की जा रही है और साथ ही सीसीटीवी की मदद भी ली जा रही है. इस अभियान को 18 दिन हो चुके हैं हालांकि रेस्क्यू टीम सी-वन बाघ का पता लगाने में अभी तक नाकाम साबित हुई है. वहीं वन विभाग के प्रधान सचिव अरविंद कुमार चौधरी के मुताबिक रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. इस बाघ की पैदाइश चुउटहां में हुई है और जल्द ही वह पकड़ में आ जाएगा.
आदमखोर बाघ की हुई पहचान
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक आदमखोर बाघ की पहचान की जा चुकी है. टाइगर रिजर्व के अधिकारियों ने बताया कि बाघ का आगे का दाहिना पैर फुला हुआ है और उसके एक कान पर कटा का निशान भी है. इन्हीं निशानों के आधार पर वन अधिकारी बाघ की पहचान में जुटे हुए हैं. आदमखोर बाघ को रेस्क्यू करने के लिए चिउटहां रेंज के जंगल में ड्रोन से भी मॉनिटरिंग जारी है. हालांकि झाड़ियां ज्यादा होने के कारण ड्रोन से भी बाघ के पंजे का पता नहीं लग पा रहा है. इसी के साथ 10 सीसीटीवी कैमरे भी जंगल में लगाए गए हैं.