बरेली में उर्स-ए-रजवी पर निशुल्क ऑपरेशन और 106 बच्चियों को दी जाएगी मुफ्त कोचिंग

in #patients22 days ago

बरेली 28 अगस्तः (डेस्क)उर्स-ए-रजवी के अवसर पर, बरेली में आला हजरत हुजूर ताजुश्शरिया वेलफेयर सोसाइटी की ओर से जरूरतमंद लोगों के लिए निशुल्क ऑपरेशन का आयोजन किया जाएगा।

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यह जानकारी सोसाइटी के संस्थापक और जमात रजा मुस्तफा के राष्ट्रीय महासचिव फरमान हसन खान ने दी। उर्स का आयोजन 21 से 23 सितंबर तक दरगाह और मथुरापुर स्थित जामियातुर रजा में होगा।

फरमान हसन खान ने बताया कि इस बार भी सोसाइटी आर्थिक रूप से कमजोर उन लोगों की मदद करेगी, जिन्हें डॉक्टर ने ऑपरेशन की सलाह दी है लेकिन वे आर्थिक तंगी के कारण इसे नहीं करा पा रहे हैं। पिछले वर्ष भी 103 गरीबों के मुफ्त ऑपरेशन कराए गए थे। इस बार मोतियाबिंद, पथरी, हर्निया जैसे ऑपरेशनों का आयोजन निजी अस्पतालों में किया जाएगा।

जिन जरूरतमंद लोगों को ऑपरेशन कराना है, उन्हें अपना आधार कार्ड और एक फोटो के साथ दरगाह स्थित जमात रजा-ए-मुस्तफा के हेड ऑफिस में रजिस्ट्रेशन कराना होगा। रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 27 अगस्त से 31 अगस्त तक सुबह 9 बजे से दोपहर 5 बजे तक चलेगी। इसके लिए संपर्क व्यक्ति मोईन खान हैं।

फरमान मियां ने बताया कि सोसाइटी ने पिछले कुछ वर्षों में शिक्षा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। इस वर्ष कक्षा 6 से 12 तक के छात्रों को फ्री कोचिंग दी जाएगी, जिसमें सीबीएसई, आईसीएसई और यूपी बोर्ड के छात्र शामिल हैं। इसके अलावा, नीट और यूपीएससी की कोचिंग भी मुफ्त में दी जा रही है।

सोसाइटी ने पिछले साल नीट की कोचिंग में 45 बच्चों का चयन एमबीबीएस में कराया था। फरमान हसन खान का मानना है कि शिक्षा और स्वास्थ्य दोनों ही समाज के विकास के लिए आवश्यक हैं। वे हर गरीब बच्चे को शिक्षित करने का संकल्प लिए हुए हैं और समाज के हर तबके की मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

उर्स-ए-रजवी का यह आयोजन न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। यह जरूरतमंदों के लिए एक उम्मीद की किरण है, जो उन्हें बेहतर जीवन जीने का अवसर प्रदान करता है। फरमान हसन खान का यह प्रयास समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

इस प्रकार, उर्स-ए-रजवी के दौरान आयोजित होने वाले मुफ्त ऑपरेशनों और कोचिंग कार्यक्रमों से न केवल गरीबों को स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में भी उन्हें आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा। यह पहल समाज के कमजोर वर्ग के लिए एक नई उम्मीद और सहायता का स्रोत बनेगी।