कोविड भत्ता बंद होने से आशा वर्कर्स और फैसिलिटेटर में बढ़ा रोष

स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोविड 19 के दौरान लगे मान भत्ते को बंद करने तथा चिट्टे संबंधी सर्वे न किये जाने के विरोध में आखिर कार जिले की आशा वर्करजस एवं फेसिलिटेटरजर्स ने गुस्सा पनप गया और उन्होंने तीन दिवसीय काम बंद कर के एसएमओ पठानकोट डॉ सतनाम सिंह गिल को मेमोरेंडम सौंपा। मेमोरेंडम सौंपने के पश्चात जिला अध्यक्ष रजनी घरोटा, अर्बन एसोसिएशन की अध्यक्ष चरणजीत, किरण बाला, चंद्र प्रभा , सुमन, सुषमा, अनु, राधा, कुलविंदर, प्रीति, मीणा, पूनम व रेनू ने रोष स्वरूप जानकारी देते हुए बताया कि सत्ता में आते ही आप की सरकार ने मुलाजिम विरोधी फैसले करने शुरू कर दिए हैं, जिसके अंतर्गत आशा वर्कर्स को पिछले लंबे समय से मिल रहा 2500 रुपए कोविड स्पेशल भत्ता बंद कर दिया गया है जबकि अभी भी आशा वर्करों से पूरा काम लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आशा वर्कर्स पिछले लंबे समय से कोरोना काल के दौरान अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों को कोरोना से बचाने के लिए सरकार की तरफ से चलाई जा रही स्कीमों में पूरी तनदेही के साथ काम किया है, जिसमें घर -घर जा कर कोरोना मरीजों संबंधी सर्वे करना, कोरोना पॉजिटिव हुए मरीजों को अस्पताल में दाख़िल करवाने में मदद करना, समय समय पर कोरोना मरीजों की जानकारी लेना है। इसके अलावा गांवों में से अधिक से अधिक व्यक्तियों को सेहत संस्थाओं में कोविड टेस्ट के लिए भेजना, सेहत संस्थाओं में और विभिन्न गांवों और स्कूलों में पिछले समय दौरान कोरोना संबंधी किए गए टीकाकरण में आशा वर्करों की तरफ से भरपूर सहयोग दिया गया है। आशा वर्करों के इन कामों को देखते हुए केंद्र सरकार और सूबा सरकार की तरफ से आशा वर्कर्स को कोरोना संबंधी स्पेशल 2500 रुपए मान भत्ता दिया जाता रहा है जो कि मौजूदा सरकार ने यह मान भत्ता बिल्कुल बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब तक उनका विरोध जारी रहेगा। आशा वर्कर्स और फेसिलिटेटर यूनियन के नेताओं ने सरकार को चेताया कि यदि तुरंत बंद किए कोरोना मान भत्ते को दोबारा चालू न किया तो सूबे की संघर्षशील जत्थेबंदियों की तरफ से बनाए गए आशा वर्कर्स और फैसिलिटेटर्स साझा फ्रंट की तरफ से बनाए गए संघर्ष के अंतर्गत समूह विधायकों, सिविल सर्जन और सीनियर मेडिकल अफसरों के माध्यम से पंजाब सरकार को चेतावनी पत्र भेजे जाएंगे और संघर्ष को तीखा करते 2 जून को पंजाब में अलग -अलग स्थानों पर राशि बंद करने वाले पत्र की काॅपियों जलाई जाएंगी।00001.jpg