बिसौनी गांव स्थित सिद्ध पीठ मां चतुर्भुजी दुर्गा मंदिर का पट खुला

in #parbatta2 years ago

IMG-20221001-WA0040.jpgपरबत्ता प्रखंड के लगार पंचायत अंतर्गत बिसौनी गांव के सिद्ध पीठ मां चतुर्भुजी दुर्गा मंदिर का पट खुला, भक्तजन कर रहें हैं मां का दर्शन
शनिवार की शाम शंख , घंटे एवं जय माता दी की घोष के साथ माँ दुर्गा सहित विभिन्न देवी देवताओं की प्रतिमा को पिंडी पर विराजमान कर अतिप्राचीन सिद्ध पीठ माँ चतुर्भुजी दुर्गा मंदिर बिशौनी का पट भक्त जनों के लिए दर्शन हेतु खोल दिया गया। इस मौके पर बिशौनी गांव के सभी उम्र वर्ग के लोग उपस्थित थे।मंदिर का पट खुलते ही माँ चतुर्भुजी दुर्गा का दर्शन के लिए बारी बारी से भक्त जन पहुंचने लगें। घंटों माँ की जयकार से वातावरण भक्तिमय हो उठा। उसके बाद संध्या पूजन किया गया। माँ की पूजा अर्चना से सभी जगह माहौल भक्ति मय बना हुआ है। मां चतुर्भुजी दुर्गा मंदिर बिशौनी में षष्ठी के दिन प्रतिमा स्थापित करने के लिए घर घर आमंत्रण देने एवं मंदिर का पट खोलने की परंपरा सदियों पुरानी है। जबकि आज सुबह सभी दुर्गा मंदिर का पट खोल दिया जाएगा। ताकि भक्तजन मां दुर्गा का दर्शन कर सकें। वहीं आज माँ के सातवें स्वरूप कालरात्रि की पूजा होगी। दुर्गा सप्तशती का श्लोक से वातावरण भक्तिमय हो चुका हैं। माँ दुर्गा की प्रतिमा पिंडी पर विराजमान होने के बाद पूजा पाठ की विधि विधान ओर बढ़ जाती हैं. पंडित डॉ प्राण मोहन कुंवर, डॉ मनोज कुंवर, आचार्य उत्कर्ष गौतम उर्फ रिंकू झा ने बताया कि षष्ठी की संध्या पिंडी पर मां की प्रतिमा विराजमान होने के बाद श्रृंगार से भरी डाली को लेकर माँ दुर्गा का आह्वान किया गया । जिसे आमतौर पर अधिवास पूजा कहते हैं।वहीं सप्तमी के दिन उक्त श्रृंगार से भरी डाली का उपयोग माँ भगवती की प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा में किया जाता हैं। उस दिन से माँ भगवती की पूजा वृहत रुप से प्रारंभ हो जाती हैं। मंदिरों में विधिवत् तरीकों से पूजन को देखने के भक्तो की आना शुरू हो चुका है।