परबत्ता नगर पंचायत चुनाव को लेकर बैलट एवं कंट्रोल यूनिट सफलतापूर्वक सील किया गया
परबत्त नगर पंचायत चुनाव की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए चुनाव आयोग के निर्देश पर रविवार को निर्वाचि पदाधिकारी चंद्र किशोर कुमार सिंह एवं ईवीएम सिंलिंग के नोडल प्रभारी लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी मों शफीक की मौजूदगी एवं अभ्यर्थियों की उपस्थिति में बैलेट यूनिट एवं कंट्रोल यूनिट सिंलिंग का कार्य सफलता पुर्वक पुरा कर लिया गया. वही बाद में दोनों मशीनों को आईटी भवन में बनाए गए स्ट्रांग रूम में रखा गया जहां मजिस्ट्रेट एवं दर्जनभर से अधिक सुरक्षाकर्मियों को पूरे परिसर की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया. बता दें कि ईवीएम सीलिंग के इस कार्य को लेकर सभी 21 वार्डों के लिए अलग-अलग टेबल बनाए गए थे इस दौरान अभ्यर्थी भी उपस्थित रहे. ईवीएम सीलिंग के कार्य में ट्रेंड कर्मियों को लगाया गया था हर एक चीजों की बारीकी पूर्वक जांच के बाद उसे सील किया गया वहीं निर्वाचि पदाधिकारी ने बताया कि सभी 21 वार्डों के 37 मतदान केंद्रों के लिये 148 बैलट यूनिट जबकि 111 कंट्रोल यूनिट सीलिंग करने के बाद बज्रगृह में रखकर कई पदाधिकारियों की मौजूदगी में सील करने के बाद जिला से आए मजिस्ट्रेट एवं सुरक्षा बल के जवानों को हैंड ओवर किया गया है. नगर पंचायत के सभी 21 वार्डों में शांतिपूर्ण मतदान को लेकर कुल 37 मतदान केंद्र बनाया गया है. इन मतदान केंद्रों पर कुल 25489 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. महिला मतदाताओं की संख्या 12032 जबकी 13456 पुरुष मतादाता एवं तीसरे लिंग की मात्र एक मतदाता शामिल हैं. चुनाव के दौरान विशेष निगरानी के लिए दो अलग-अलग कलस्टर के तहत कुल 11 सेक्टर का गठन किया गया है. पदाधिकारी ने बताया कि सभी 21 वार्ड मे शांतिपूर्ण एवं भयमुक्त माहौल में चुनाव संपन्न कराने के लिए सभी तैयारियां कर ली गई है. उन्होंने बताया कि बोगस वोटिग को रोकने के लिए सभी मतदान केंद्रों पर बायोमीट्रिक का इस्तेमाल किया जाएगा.15 पैट्रोलिंग मजिस्ट्रेट का गठन किया गया है जिनकी निगरानी मे इवीएम को बूथों तक लाने एवं मतदान के बाद सुरक्षित स्ट्रांग रुम तक सुरक्षित पहुंचाने की जिम्मेदारी होगी. चुनाव मे कुल 148 इवीएम मशीन इस्तेमाल मे लाया जाएगा जबकी 10 प्रतिशत इवीएम मशीन सुरक्षित रखा जाएगा ताकी कहीं भी खराबी आने पर उसे तुरंत बदला जा सके. बता दें कि परबत्ता नगर पंचायत में 10 अक्टूबर को मतदान होना है. एक तरफ जहां प्रत्याशियों ने मतदाताओं को रिझाने में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है तो वहीं चुनाव आयोग के निर्देश पर प्रशासनिक तैयारियां भी अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है.