नया गांव में एशिया का सबसे खतरनाक एवं भारत के सबसे विषैले सांपों का रेस्क्यू किया गया

in #parbatta2 years ago

परबत्ता प्रखंड के नयागांव आईटीआई कॉलेज के समीप बीते तीन-चार दिनों से तीन खतरनाक एवं जहरीले सांपों को लेकर ग्रामीणों के बीच बने दहशत का दौर खत्म हो गया. जानकारी के मुताबिक कॉलेज के समीप एक झाड़ी में कुछ दिनों से दो रसैल वाईपर एवं एक करैता प्रजाति के साथ देखे जाने के बाद आसपास के लोगों में अनहोनी का डर सता रहा था .वहीं इसकी जानकारी जोरावर पुर पंचायत के वार्ड सदस्य गौतम कुमार को जैसे ही लगा उन्होंने तत्काल खगड़िया जिला के वन विभाग से संपर्क साधते हुए इसे रेस्क्यू करने का मांग किया हालांकि वन विभाग से एक कर्मी रेस्क्यू करने के लिए पहुंचे लेकिन इन खतरनाक सांपों को देखकर वह इसके पास जाने की भी हिम्मत नहीं जुटा पाए इस बीच गौतम ने काफी प्रयास के बाद मुंगेर के रहने वाले करण पाल नामक एक शख्स से संपर्क साधा तो करण पाल ली इसे रेस्क्यू करने का बीड़ा उठा लिया और करीब 2 घंटे के भीतर मुंगेर से नया गांव पहुंच गए और जुट गए सांपों को रेस्क्यू करने में, बताया गया कि पल भर में उन्होंने तीनों सांपों को अपने कब्जे में ले लिया इसके बाद वहां पर मौजूद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली. इधर करण पाल ने बताया कि वह स्नेक कैचर का काम करता है और उसने अब तक सैकड़ों की संख्या में विषैले सांपों को रेस्क्यू करने के बाद उसे सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया है. वही करण पाल की माने तो रेस्क्यू किए गए तीन में से दो रसैल वाईपर है और यह एशिया का सबसे खतरनाक सांप माना जाता है .एक अन्य सांप को करैता प्रजाति का बताते हुए कहा कि भारत में इसकी गणना सबसे जहरीले सांपों में की जाती है. वही करण पाल ने मौजूद लोगों से अपील करते हुए कहा कि सांप हमारे प्रकृति का अभिन्न हिस्सा है और इसका संरक्षण आवश्यक है. किसी भी परिस्थिति में इसे मारना उचित नहीं है. उन्होंने बताया कि कुछ जहरीले सांपों से मानव जीवन को खतरा जरूर होता है लेकिन हमारे चिकित्सकों के पास उसका इलाज है सर्पदंश के बाद यदि समुचित उपचार हो तो पीड़ित की जान बचाई जा सकती है इसलिए सर्पदंश के बाद उन्होंने झाड़-फूंक का सहारा ना लेते हुए तुरंत अपने नजदीक के अस्पताल जाएं लगभग हर एक सरकारी अस्पतालों में सर्पदंश से बचाव के लिए पर्याप्त वेनम उपलब्ध है.IMG-20221002-WA0023.jpgIMG-20221002-WA0024.jpgIMG-20221002-WA0026.jpg