SHO की शिकायत लेकर थाना पहुंची महिला वकील; पुलिसकर्मियों ने नहीं खोला दरवाजा, बनाई वीडियो

in #panipat2 years ago (edited)

1655646842569.jpgहरियाणा के पानीपत जिला के महिला थाना के हाल ऐसे है कि यहां दिन ढलते ही दरवाजे बंद हो जाते हैं। अगर रात को कोई पीड़ित महिला थाने में आएगी, तो उसे बिना परमिशन थाने में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। यहां प्रवेश दिलाने के आदेश थाना प्रभारी व उच्च अधिकारियों के हैं। जिले में चल रहे सभी थानों के पैरलर एक महिला थाना नाम से निजी थाना चलाए जाने जैसे हालत हो गए हैं। क्योंकि यहां सरकारी थाना जैसे हालत नहीं रहे।

दरअसल, एक महिला वकील सुनीता अपनी कोई शिकायत सेक्टर 13-17 थाना गई थीं। आरोप है कि वहां उनके साथ थाना प्रभारी इंस्पेक्टर विजय कुमार ने अशोभनीय भाषा का प्रयोग किया और दुर्व्यवहार करते हुए उसे थाने से भी बाहर निकाल दिया। इस मामले की शिकायत लेकर महिला रात साढ़े 12 बजे वकील महिला थाना गईं।

जहां थाने का मेन गेट बंद मिला। करीब एक घंटा तक आवाज लगाने के बाद थाने के भीतर से नाइट ड्रेस में एक महिला पुलिसकर्मी व एक पुरुष पुलिसकर्मी बाहर आए। जिन्होंने दरवाजा खोल कर उनकी मदद करने की बजाय, वीडियो बनानी शुरू कर दी। दरवाजे को बंद ही रखा। उसे अंदर नहीं जाने दिया।

थाने के भीतर खड़ा होकर पीड़ित महिला वकील की वीडियो बनाता पुलिसकर्मी।
थाने के भीतर खड़ा होकर पीड़ित महिला वकील की वीडियो बनाता पुलिसकर्मी।
पुलिसकर्मी बोला- दरवाजा खोलकर आपको अंदर आने की परमिशन नहीं

घटनाक्रम की दोनों तरफ से वीडियोग्राफी की गई। जिसमें महिला वकील बार बार दरवाजा खोलकर भीतर प्रवेश करने की अनुमति मांगती रहीं। मगर गेट पर खड़े पुलिसकर्मियों ने प्रवेश करने से मना कर दिया। इतना ही नहीं, पुलिसकर्मियों ने कहा कि आपको थाने में न आने देने के आदेश एसएचओ समेत उच्च अधिकारियों के हैं।

आपको थाने में घुसने देने की परमिशन नहीं है। महिला वकील ने कहा कि किन अधिकारियों ने प्रवेश प्रतिबंध किया है। जिसका पुलिसकर्मियों ने कोई जवाब नहीं दिया। करीब एक घंटे तक बाहर हल्की बारिश में महिला वकील व उसके साथ आए परिजन भीगते रहे।

वह बार-बार कहती रहीं कि वह कोई डकैत नहीं है, कम से कम थाने के भीतर छत के नीचे तो खड़ा होने दिया जाए। मगर पुलिसकर्मियों ने एक न सुनी। इसके बाद महिला पुलिसकर्मी के फोन पर एक कॉल आई। जिसे सुनने के लिए वह दूसरी ओर चली गई। करीब एक मिनट बाद पुलिसकर्मी वापस लौटी और फिर थाने में महिला एडवोकेट को प्रवेश दिया गया।

थाने के बंद दरवाजे को दिखाते महिला वकील के परिजन।
थाने के बंद दरवाजे को दिखाते महिला वकील के परिजन।
एसपी को ई-मेल से की शिकायत

पीड़ित महिला एडवोकेट सुनीता का कहना है कि उन्होंने पूरे मामले की शिकायत पुलिस को दी है। उन्होंने ये शिकायत पानीपत एसपी की ई-मेल पर भेजी है। महिला थाना को व्हाट्सअप के जरिए अपनी शिकायत दी है। अगर यहां सुनवाई न हुई तो वह अपनी शिकायत लेकर उच्च अधिकारियों समेत गृहमंत्री तक का दरवाजा खटखटाएगी।