ग्राम सेवा सहकारी समिति बांता के चुनाव निरस्त

in #pali2 years ago (edited)

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संचालक मंडल सदस्य के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता है आठवीं पास,ऋणी होना भी जरूरी

पाली/राजस्थान

अनपढ़ नेताओं की शिकायत पर आवेदन खारिज

मतदाताओं ने चुनाव गड़बड़ियां व नियमों की जानकारी होने के बाद शाम को उम्मीदवारों एवं मतदाताओं ने निर्वाचन अधिकारी पुनीत राजपुरोहित को अनपढ़ व ज्यादा बच्चे वाले आवेदनकर्ता शिकायत करने को कहा । इस पर जांच करने के बाद पांच आवेदन अनपढ़ तथा दो के एक से ज्यादा बच्चे होने पर आवेदन खारिज किए गए ।

गांवों की सरकार के अधीन संचालित होने वाली ग्राम सेवा सहकारी समिति में संचालक मंडल के सदस्य बनने के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता आठवी पास होना अनिवार्य है । साथ ही चुनाव लड़ने के इच्छुक व्यक्ति को 1 अप्रैल 2019 से 31 मार्च 2022 तक समिति से ऋण लेना भी जरूरी था । ऐसे में एक भी प्रत्याशी मापदंडों पर खरा नहीं उतरने पर ग्राम सेवा सहकारी समिति के चुनाव ही निरस्त कर दिए गए।

जानकारी के अनुसार सहायक व्यवस्थापक व जनप्रतिनिधि के मिलीभगत से ऋणी किसानों के नामों की लिस्ट में फेरबदल कर जिसको अध्यक्ष बनाना चाहते थे ।

उन्होंने अपने सदस्यों को सहकारी समितियों से चुनाव लड़वाने का जुगाड़ करने लगे । इनमें से 5 वार्डो के उम्मीदवार तो अनपढ़ थे । वहीं 2 वार्डों के चुनाव होने थे । वहीं 5 वार्डों में निर्विरोध निर्वाचन कर दिया गया ।

दरअसल प्रदेश में 2011 के बाद ग्राम सेवा सहकारी समितियों के चुनाव अब 11 साल बाद हो रहे हैं ।

9 सितंबर के चुनाव के लिए आवेदन भरे गए थे । 25 को अध्यक्ष व उपाअध्यक्ष चुने जाने थे ।

किसानों का चुनाव लिस्ट में फेरबदल का आरोप इस बार बांता ग्राम सेवा सहकारी समिति में कुल 26 आवेदन में से 12 वार्डों में सदस्य चुने जाने थे । किसान उम्मीदवार लालाराम चौधरी, जोरसिंह राजपुरोहित, अरविंदसिंह, नारायणसिंह, बालु पेन्टर बांता ने आरोप लगाया कि चुनाव के नियमों की जानकारी नहीं होने पर सहायक व्यवस्थापक की मिलीभगत से लिस्टों में ऋणी किसान मतदाताओं के नाम इधर-उधर करके चुनाव करवाए गए ।

◆ बांता ग्राम सहकारी समिति में चुनाव निरस्त किए गए थे । आवेदनकर्ताओं में पांच उम्मीदवार तो अनपढ़ थे , वहीं दो प्रत्याशी के एक से ज्यादा बच्चे होने से आवेदन खारिज किए गए । जो निर्विरोध चुने गए उम्मीदवारो से दो जनों ने आवेदन वापस ले लिया था । जिसके कारण वार्डों का कोरम पूरा नहीं होने पर चुनाव निरस्त करने पडे ।

पुनीतसिंह राजपुरोहित,निर्वाचन अधिकारी

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